नई दिल्ली। आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के तहत महारत्न सीपीएसई और प्रमुख एनबीएफसी ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) पहल के तहत टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओए) पर हस्ताक्षर किए हैं। आरईसी ने कोटेश्वर, टिहरी (उत्तराखंड) में टीएचडीसीआईएल वाटर स्पोर्ट्स हाई परफॉरमेंस एकेडमी ऑफ कैनोइंग एंड कयाकिंग में ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के विकास के लिए 3.97 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देने की प्रतिबद्धता जताई है।
इस समझौते पर शुक्रवार को आरईसी के कार्यकारी निदेशक (सीएसआर) श्री प्रदीप फैलो और टीएचडीसीआईएल के महाप्रबंधक तथा सेवा टीएचडीसी के अध्यक्ष श्री अमरदीप ने हस्ताक्षर किए। यह समारोह आरईसी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री विवेक कुमार देवांगन, आरईसी के निदेशक (वित्त) श्री हर्ष बावेजा और टीएचडीसीआईएल के निदेशक (कार्मिक) श्री शलिन्दर सिंह की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
आगामी स्विमिंग पूल सुविधा का उद्देश्य कैनोइंग और कयाकिंग में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए राष्ट्रीय स्तर के एथलीटों को तैयार करना और प्रशिक्षित करना है, जिससे वैश्विक स्तर पर जल खेलों में भारत की पहचान में योगदान मिलेगा।
यह पहल भारत में खेल विकास को बढ़ावा देने और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए एथलीटों को सशक्त बनाने की आरईसी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
यह सहयोग भारत में खेल के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए आरईसी के चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे खेल प्रतिभाओं का समग्र विकास सुनिश्चित होता है। अपनी सीएसआर पहलों के माध्यम से, आरईसी राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त खेलों का समर्थन करना जारी रखता है और भारतीय एथलीटों के लिए वैश्विक प्रशंसा प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त करता है।
आरईसी फाउंडेशन ने स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, स्वच्छ जल तक पहुंच, शिक्षा और कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण, खेल और पर्यावरण स्थिरता में 400 से अधिक परियोजनाओं का समर्थन किया है। सीएसआर फंड में 1,300 करोड़ रुपये से अधिक वितरित किए जाने के साथ, सीएसआर गतिविधियों के लिए आरईसी की संचयी प्रतिबद्धता 2,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।