Timing to blow shankh: हिंदू धर्म में शंख बजाना बहुत शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार घर में शंख रखना अत्यधिक शुभ होता है. शंख को घर में रखने से लक्ष्मी-नारायण की कृपा भी बनी रहती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रतिदिन घर में शंख बजाने से उससे निकलने वाली ध्वनि घर के माहौल को सकारात्मक बनाती है. इसके अलावा घर में शंख बजाने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का वास भी होता है.
लेकिन क्या आपको पता है कि शंख बजाने के कई नियम बताए गए हैं, जिसमें विधि से लेकर समय के बारे में भी वर्णन मिलता है. जिसमें बताया गया गया है कि शंख को कब, कितना और किस समय बजाना चाहिए. तो आइए विस्तार से जानते हैं शंख बजाने के नियमों के बारे में।
कब बजाना चाहिए शंख?
शंख हमेशा सूर्योदय के पहले बजाना चाहिए. शंख बजाने का सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त होता है. क्योंकि इस समय वातावरण में शांति रहती है और पॉजिटिव एनर्जी भी बनी रहती है. इसलिए अगर आप इस समय शंख बजाते हैं तो सकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से व्यक्ति के मन में चल रही अशांति कम होती है.
किस दिन शंख बजाना होता है शुभ
वैसे तो शंख बजाना हर दिन शुभ माना जाता है लेकिन अगर सर्वोत्तम दिन की बात करें तो मंगलवार और शुक्रवार के दिन पूजा के समय शंख बजाना बहुत शुभ माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगलवार के दिन शंखनाद करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और शुक्रवार के दिन शंखनाद करने से धन में वृद्धि होती है.
सभी शुभ कार्यों से पूर्व बजाया जाता है शंख
घर में जब भी कोई पूजा, हवन या कथा होती है तो ऐसे में शंख बजाता बहुत शुभ माना जाता है. इसके अलावा जब भी कोई मांगलिक कार्य होता है तो शंख बजाना अतिशुभ होता है. इससे देवी-देवताओं के दिव्यता व उन्हें आह्वान करने के लिए बजाया जाता है. पूजा-पाठ या हवन-अनुष्ठान के दौरान शंख बजाने से आसपास मौजूद सभी विघ्न दूर हो जाते हैं. इसलिए शंख जरूर बजाना चाहिए.