कोरोना संक्रमण के दौर में हेल्थ, हाइजीन और न्यूट्रिशन से जुड़े प्रोडक्ट की मांग बढ़ने का हिंदुस्तान यूनिलीवर को खासा फायदा हुआ है. वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही (मार्च तिमाही) में कंपनी को 2143 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 41.07 फीसदी अधिक है. इसके पिछले वित्त वर्ष यानी 2019-20 में कंपनी को1519 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. दिसंबर तिमाही ( 2020-21) में कंपनी को 1921 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. इसकी तुलना में मार्च तिमाही का शुद्ध मुनाफा 11.55 फीसदी अधिक है.
पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही ( 2020-210) में एचयूएल की आय 12,433 करोड़ रुपये रही, जबकि इस अवधि में कंपनी की आय 12,020 करोड़ रुपये रहने का अनुमान था. वित्त वर्ष 2019 -20 की चौथी तिमाही में एचयूएल की आय 9,211 करोड़ रुपये रही थी. एचयूएल बोर्ड ने 17 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है. सालाना आधार पर चौथी तिमाही में कंपनी की अन्य आय 266 करोड़ रुपये के मुकाबले 109 करोड़ रुपये रही है. वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में एचयूएस की होम केयर बिजनेस से होने वाली आय 14.6 फीसदी बढ़कर 3,838 करोड़ रुपये रही. जबकि वित्त वर्ष 2019- 2020 की चौथी तिमाही में एचयूएल की होम केयर बिजनेस से होने वाली आय 3,350 करोड़ रुपये रही थी.
वित्त वर्ष 202-2021 की चौथी तिमाही में एचयूएल और की ब्यूटी और पर्सनल केयर प्रोडक्ट से से होने वाली आय 19.7 फीसदी बढ़कर 4,549 करोड़ रुपये रही जबकि वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में एचयूएल की ब्यूटी और पर्सनल केयर प्रोडक्ट से होने वाली आय 3081 करोड़ रुपये रही थी . कोरोना के दूसरे दौर में भी हेल्थ, हाइजीन और न्यूट्रीशिन से जुड़े प्रोडक्ट में मांग बढ़ने से कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी की उम्मीद है.
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