मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि लखीमपुर की घटना से तय हो गया है कि बीजेपी को किसान बिल्कुल भी पसंद नहीं है. बीजेपी दबाने की कोशिश कर रही है. इस घटना के विरोध में प्रियंका गांधी पीड़ित परिवारों से मिलने जा रही थी, उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. मैं भी जा रहा था, तो मुझे भी जाने नहीं दिया गया. नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है. हर किसी को लखीमपुर जाने से रोका जा रहा है. क्या उत्तर प्रदेश में जाने के लिए पासपोर्ट या वीजा की अवश्यकता है ? किसी को भी लखीमपुर नहीं जाने दिया जा रहा है.
यह स्थिति बताता है कि बीजेपी किसानों के खिलाफ है. वो किसी भी विरोध को बर्दास्त नहीं करना चाहते. बीजेपी किसानों को दबाने के लिए किसी भी स्तर पर जा सकती है. मंत्री अजय मिश्रा को भी बर्खास्त किया जाना चाहिए. जिन्होंने किसानों को कुचलने की कोशिश की गई, उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए.
जिस प्रकार से केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का बयान आया कि मेरा बेटा वहां था ही नहीं. वो अपने बेटे को बचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसलिए साक्ष्य छुपाने के आरोप में उनके खिलाफ में वही धारा लगाना चाहिए. पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे, दुख में सहभागी बनने जा रहे थे, लेकिन रोका जा रहा है.
भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सिलगेर में घटना घटी थी. नक्सली क्षेत्र में लोगों की हत्या हुई थी. वहां सभी को जाने दिया गया. हमने किसी को नहीं रोका. पीड़ित परिवार से भी हमने बात की. फोन और वीडियो के माध्यम से बातचीत की. हमारे राज्य में भी कई घटनाएं हुई, लेकिन हमने नहीं रोका.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि लखीमपुर में इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन पीएम मोदी और बीजेपी की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है. ये लोग सत्ता की राजनीति करते हैं. मंच के माध्यम से पीएम से आग्रह करते हैं कि जो केंद्रीय मंत्री किसानों को लेकर ऐसा बयान दे रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार किसानों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं. किसानों का मुद्दा राजनीतिक नहीं, बल्कि हक का मुद्दा है. इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखना चाहिए.
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