आईटी सेक्टर ने भर्तियां तेज कर दी हैं. देश की टॉप चार आईटी कंपनियों-टीसीएस, इन्फोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक्नोलॉजिज ने दूसरी तिमाही में 17 हजार भर्तियां की हैं. इन भर्तियों में फ्रेशर की संख्या भी खासी है. कंपनियों का कहना है कि पहली तिमाही में नौ हजार कर्मचारियों की कटौती हुई थी. लेकिन ज्यादातर मामले परफॉरमेंस लिंक्ड और वीआरएस थे. देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट कंपनी टीसीएस ने कहा है कि उसने 30 सितंबर को खत्म हुई तिमाही में 9,864 भर्तियां की हैं.
टीसीएस ने कहा है कि उसने पिछले पांच साल में यूएस में 21,500 लोगों की भर्तियां की हैं. आईटी सर्विसेज सेक्टर में रोजगार देने वालों में टीसीएस दो शीर्ष कंपनियों में शामिल है. चारों कंपनियों ने मिल कर पिछले साल सितंंबर तिमाही में 31,380 भर्तियां की थीं. इन्फोसिस ने दूसरी तिमाही में 975 भर्तियां की हैं. पिछले साल इन्फोसिस ने 7457 लोगों की भर्तियां की थीं. इन्फोसिस के सीओओ ने कहा है कि आने वाले दिनों में भर्तियां कंपनी के रेवेन्यू पर निर्भर करेगी.
इन्फोसिस ने कहा है कि पिछली तिमाहियों में भर्तियों की रफ्तार धीमी थी लेकिन आने वाली तिमाहियों में इसमें तेजी आ सकती है. इस साल, 16,500 कर्मचारियों को भर्ती हो सकती है. इन्फोसिस ने कहा है कि अगले साल वह 15 हजार भर्तियां कर सकती है. इनमें से अधिकतर फ्रेशर होंगे. विप्रो ने दूसरी तिमाही में 3439 कर्मचारियों की भर्ती की है. विप्रो का कहना है इंडस्ट्री में डिमांड बढ़ रही है और भर्तियों को लेकर फैसले लेने की रफ्तार बढ़ी है. विप्रो ने कहा है कोविड से पहले इंडस्ट्री में एक्सपोर्ट ग्रोथ 8 से 10 फीसदी थी. वहीं घरेलू डिमांड में भी चार फीसदी की रफ्तार दिख रही थी. विप्रो ने कहा है कि इस बार अच्छा परफॉर्म करने वालों को कर्मचारियों को कंपनी अच्छा ग्रोथ देगी.