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पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव पर स्मृति ईरानी ने साधा निशाना, पूछा -मौत का खेला राहुल गांधी को स्वीकार है ?

नेशनल न्यूज़। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर रविवार को टीएमसी पर निशाना साधा। ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और उनसे पूछा कि क्या उन्हें ऐसी घटनाएं स्वीकार्य है? पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए मतदान के दौरान राज्य के ग्रामीण हिस्सों में हिंसा और आगजनी की कई घटनाएं हुईं। इनमें कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि चुनाव में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में जिस प्रकार से लोकतंत्र की हत्या होते हुए लोग देख रहे हैं, जहां लोकतांत्रिक अधिकारों को जताने के लिए लोगों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। उसी तृणमूल के साथ कांग्रेस हाथ मिला रही है, क्या उनसे हाथ मिलाना मंज़ूर है उन्हें, जो पश्चिम बंगाल में कहर मचा रहे हैं? मौत का यह खेला राहुल गांधी को स्वीकार है?

बता दें कि राहुल गांधी की ओर से अभी तक बंगाल हिंसा पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के हाथ खून से भरे हैं। बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान बमबाजी में मारे गए 62 साल के बुजुर्ग के परिवार से मिलने अस्पताल पहुंचे चौधरी ने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि राज्य में और विशेष रूप से मुर्शिदाबाद में स्थिति बहुत तनावपूर्ण और प्रतिकूल है… मैं सीएम ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं कि आप किस तरह का लोकतंत्र चाहते हैं? आपके हाथ खून से भरे हुए हैं।

बताया जा रहा है कि बम विस्फोट की घटना कथित तौर पर तब हुई जब बदमाश पंचायत चुनाव के दिन मतदान केंद्र को लूटने की कोशिश कर रहे थे। उधर, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने राज्य में कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर निशाना साधा, जो हिंसा के बीच पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कर रहे थे। टीएमसी ने सवाल किया कि हिंसा के समय केंद्रीय बल कहां थे, जिसमें कई लोगों की जान चली गई।

टीएमसी पर हमला करते हुए बीजेपी विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य जल रहा है और केंद्र सरकार को अनुच्छेद 355 या अनुच्छेद 356 (राष्ट्रपति शासन) में हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की मौजूदगी में राज्य में सत्तारूढ़ दल के गुंडों ने 20,000 से अधिक बूथों पर कब्जा कर लिया है।

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