कही-सुनी (24 AUG-25) : विष्णुदेव साय की प्राथमिकता में सिंचाई

  रवि भोई की कलम से कहते हैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्राथमिकता में राज्य में सिंचाई सुविधाओं का विकास और नई परियोजनाओं का क्रियान्वयन है। इसमें बस्तर का बोधघाट परियोजना भी शामिल है। चर्चा है कि नई प्राथमिकता के तहत ही मुख्यमंत्री श्री साय ने मंत्रियों के विभागों में ताजा फेरबदल के बाद जल संसाधन विभाग अपने पास रखा है। मुख्यमंत्री बोधघाट परियोजना को मूर्त रूप देकर नया आयाम स्थापित करना चाहते हैं। बोधघाट परियोजना इंद्रावती नदी पर प्रस्तावित है। बोधघाट परियोजना अस्तित्व में आने के बाद करीब चार लाख हेक्टेयर में सिंचाई होगी, साथ में 125 मेगावाट पन बिजली भी तैयार होगी। बोधघाट परियोजना के साथ […]

कही-सुनी (17 AUG-25) : अगले हफ्ते साय मंत्रिमंडल का विस्तार

रवि भोई की कलम से चर्चा है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय विदेश जाने से पहले अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर देंगे। मुख्यमंत्री 21 से 31 अगस्त तक जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा पर रहेंगे। खबर है कि 18 अगस्त को शपथ समारोह का आयोजन हो सकता है। शनिवार को मुख्यमंत्री की राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना प्रबल हो गई है। हरियाणा का फार्मूला लागू कर छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री बनाए जाएंगे। इससे साय कैबिनेट में तीन नए लोगों को जगह मिल जाएगी। कहा जा रहा है कि किसी मंत्री को कैबिनेट से नहीं हटाया जाएगा और डॉ रमन सिंह मंत्रिमंडल में मंत्री […]

कही-सुनी(10AUG-25) : साय मंत्रिमंडल में विस्तार के फिलहाल आसार नहीं

रवि भोई की कलम से कुछ दिनों पहले तक विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में विस्तार की बड़ी चर्चा थी। मुख्यमंत्री श्री साय अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिले तो इस चर्चा को और बल मिला। मुख्यमंत्री की दिल्ली यात्रा से वापसी के साथ ही मामला फिर ठंडे बस्ते में चला गया। अभी छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका देश से बाहर है। फिर सामने 15 अगस्त भी आ गया। वैसे भी कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के पहले मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होने वाला है। छत्तीसगढ़ में फिलहाल मंत्री के दो पद खाली हैं। छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश […]

कही-सुनी (27 JULY-25) : मंत्री ओपी चौधरी के खिलाफ बिगुल पर गरमाई राजनीति

रवि भोई की कलम से छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के खिलाफ सोशल मीडिया पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत के हल्ला बोल अभियान से राजनीति गरमा गई है। रवि भगत ने मंत्री ओपी चौधरी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आरोप लगाया है। रवि भगत ने सीएसआर फंड के तहत निर्माण और उसके आबंटन को मुद्दा बनाया है। ऐसा आमतौर पर भाजपा में होता नहीं है। रवि भगत के हल्ला बोल से प्रदेश स्तर पर संगठन और सरकार की साख पर आंच आई है। ओपी चौधरी के खिलाफ बयान के बाद पार्टी ने रवि भगत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हल्ला है कि […]

कही-सुनी (20 JULY-25) : अब क्या बारी भूपेश बघेल की ?

रवि भोई की कलम से शराब घोटाले मामले में ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया है। इस कारण लोग अब चर्चा करने लगे हैं कि क्या अब ईडी के निशाने पर भूपेश बघेल हैं। अब तक ईडी भूपेश बघेल के घर पर दो बार छापे की कार्रवाई कर चुकी है। पहली बार के छापे में कुछ नगद भी बरामद किया गया था। 18 जुलाई को छापे के बाद उनके पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया। 2018 से 2023 तक कांग्रेस राज के मुखिया रहे भूपेश बघेल सीडी कांड की गर्माहट के बाद भारी बहुमत के साथ सत्ता में आए थे। कोल स्कैम, […]

कही-सुनी (13 JULY-25) : छत्तीसगढ़ के राज्यपाल की सक्रियता के मायने

रवि भोई की कलम से आमतौर पर राज्यों के राज्यपाल को राजभवन की चौहद्दी में सक्रिय देखा जाता है और जब केंद्र और राज्य में एक ही दल की सरकार हो तो राज्यपाल की भूमिका सीमित हो जाती है। छत्तीसगढ़ भाजपा शासित राज्य है और केंद्र में भी भाजपा की सरकार है, ऐसे में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका का राजभवन से निकलकर जिलों और ब्लाकों में पहुंचना चर्चा का विषय बन गया है। राज्यपाल डेका पिछले दिनों महासमुंद जिले के पिथौरा ब्लाक में पहुंचकर लोगों से चर्चा की। कहते हैं राज्यपाल एक जगह दौरे में शिक्षक की भूमिका में भी नजर आए। राज्यपाल ने कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय जाकर […]

कही-सुनी (29 JUNE-25) : कौन होगा छत्तीसगढ़ का अगला मुख्य सचिव

रवि भोई की कलम से छत्तीसगढ़ के नए मुख्य सचिव सुब्रत साहू होंगे या अमित अग्रवाल, या फिर मनोज पिंगुआ के सिर सेहरा बंधेगा ? यह सस्पेंस बना हुआ है। छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन 30 जून को रिटायर हो जाएंगे। श्री जैन की विदाई और नए मुख्य सचिव के परिचय /स्वागत के लिए 30 जून को पूर्वान्ह 11 बजे साय कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। इससे साफ़ हो गया कि राज्य को 30 जून को नया चीफ सेक्रेटरी मिल जाएगा। मध्यप्रदेश, राजस्थान और ओडिशा के अनुभव के आधार पर लग रहा है चीफ सेक्रेटरी के बारे में निर्णय दिल्ली से होगा। तीनों दावेदारों में सुब्रत साहू […]

कही-सुनी (22 JUNE-25) : क्या धामी की तरह साय उठाएंगे कदम

रवि भोई की कलम से छत्तीसगढ़ में भारतमाला परियोजना,अरपा-भैंसाझार परियोजना और अन्य जमीन घोटालों में अब तक एसडीएम, तहसीलदार या नीचे के कर्मचारियों पर ही गाज गिरी है। कलेक्टर या किसी बड़े आईएएस अफसर का बाल बांका नहीं हुआ है। वहीं उत्तराखंड में पुष्करसिंह धामी की सरकार ने हरिद्वार जमीन घोटाले के मामले में दो आईएएस, एक राज्य सेवा के अधिकारी समेत 12 लोगों को झटके से सस्पेंड कर दिया। इस कारण अब चर्चा होने लगी है कि क्या छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी की तरह कदम उठाएंगे? छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड में कुछ समानताएं भी हैं। दोनों राज्य एक साथ बने हैं और दोनों […]

कही-सुनी (01JUNE-25) : छत्तीसगढ़ में सरकार और संगठन का काम अटका

रवि भोई की कलम से कहते हैं भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने के कारण छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है और न ही प्रदेश संगठन में नई नियुक्ति हो पा रही है। प्रदेश भाजपा की पुरानी कार्यकारिणी ही अभी अस्तित्व में हैं। दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद किरण देव अपनी कार्यकारिणी नहीं बना पाए हैं। पुरानी कार्यकारिणी में महामंत्री संजय श्रीवास्तव राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष बन गए हैं तो जगदीश रामू रोहरा प्रदेश भाजपा महामंत्री (मुख्यालय) के साथ धमतरी के महापौर भी हैं। कहते हैं प्रदेश भाजपा का कई काम जगदीश रामू रोहरा के स्केन किए हुए हस्ताक्षर से […]

कही-सुनी (25 MAY-25) : फ्लाईओवर के जमाने में स्काईवाक

रवि भोई की कलम से लोग कह रहे हैं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्काईवाक की जरुरत क्या है? अब तो जमाना फ्लाईओवर और मेट्रो रेल का है। शहर ही नहीं, गांवों में पैदल चलने वालों की संख्या बची नहीं। अब तो लोग घर से किराना स्टोर तक टू व्हीलर से जाते हैं और गांवों में लोग एक जगह से दूसरे जगह तक जाने के लिए बाइक का इस्तेमाल करते हैं। कई किलोमीटर स्काईवाक की जगह रोड़ क्रासिंग के लिए स्काईवाक होता तो शायद उसका इस्तेमाल ज्यादा होता। राजधानी में स्काईवाक बनाने का फैसला डॉ रमनसिंह की सरकार ने किया था। रमनसिंह की सरकार में स्काईवाक का स्ट्रक्चर काफी कुछ […]