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कर्नाटक में 108 फीट हनुमान का झंडा हटाने पर गर्माई सियासत, सीएम बोले- हम भी राम भक्त…

कर्नाटक के मांड्या के केरागोडु गांव में रविवार को पुलिस अधिकारियों ने 108 फीट ऊंचे हनुमान ध्वज को हटा दिया। पिछले हफ्ते ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत से परमिशन लेकर यह हनुमान ध्वज फहराया था। बाद में इसके खिलाफ शिकायतें दर्ज की गई और प्रशासन ने पुलिस को ध्वज निकालने का आदेश दिया।

प्रशासन के इस आदेश से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को अपनी दुकानें बंद रखीं, जब रविवार को पुलिस ध्वज निकालने पहुंची तो पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन में भाजपा और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी शामिल हो गए। इस दौरान गुस्साए लोगों ने स्थानीय कांग्रेस विधायक रवि कुमार के बैनर तोड़ दिए और उनके खिलाफ नारे लगाए। इसके बाद प्रशासन ने गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लिया। इसके बाद पुलिस ने पोल से हनुमान ध्वज हटाकर वहां तिरंगा लगा दिया। वहीं गांव में धारा 144 लगा दी गई।

इसे लेकर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि जहां तिरंगा फहराया जाता हो, वहां भगवा झंडा फहराना नियमों के खिलाफ है। परमिशन राष्ट्रीय ध्वज लगाने के लिए ली गई थी, लेकिन वहां दूसरा झंडा फहराया गया। हम मंदिर के पास हनुमान ध्वज स्थापित करने के लिए तैयार हैं। हम भी राम भक्त हैं।

सीएम सिध्दारमैया ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज के बजाय भगवा ध्वज फहराया गया। उन्होंने कहा कि इसके पीछे राजनीति हो सकती है। मुझे नहीं पता कि इसके पीछे कौन है? यह देश लोकतंत्र और संविधान के तहत काम करता है। उन्होंने ये भी कहा अगर एक स्थान पर इसकी अनुमति दी जाती है, तो यह अन्य स्थानों पर भी लागू होगा। कल वे ये भी कह सकते है कि कलेक्टर कार्यालय के सामने भगवा झंडा लगाया जाए, क्या इसकी परमिशन दी जा सकती है?

सीएम ने कहा कि हम यहां अपने युवाओं को चोट पहुंचाने के लिए नहीं आए हैं। मैंने अधिकारियों, पुलिस और युवाओं से बात की है। हम एक निजी स्थान पर या एक मंदिर के पास हनुमान ध्वज स्थापित करने के लिए तैयार हैं। हम उनका समर्थन करेंगे। हम भी राम भक्त हैं।

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