नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। अब भी मलबों से शव निकले जा रहे हैं। वहां हुई भीषण तबाही को देखते हुए भारत ने सबसे पहले मदद का हाथ बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में लोगों की मौत पर सोमवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि भारत इस त्रासदी से निपटने में मदद के लिए हरसंभव सहायता देने को तैयार है।
दक्षिण पूर्वी तुर्किये और दक्षिणी सीरिया में सोमवार को आए 7.8 की तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में कम से कम 641 लोगों की मौत हो गई। मोदी ने ट्वीट किया, तुर्किये में भूकंप के कारण हुए जान-माल के नुकसान से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
प्रधानमंत्री ने भूकंप पर तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के एक ट्वीट को टैग करते हुए कहा, भारत तुर्किये के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और इस त्रासदी से निपटने के लिए हरसंभव सहायता देने को तैयार है। एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा, यह जानकर गहरा दुख हुआ कि विनाशकारी भूकंप ने सीरिया को भी प्रभावित किया है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। हम सीरियाई लोगों के दुख को साझा करते हैं और इस कठिन समय में सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी भूकंप में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया।
उन्होंने ट्वीट किया, तुर्किये में भूकंप के कारण हुए जानमाल के नुकसान से बहुत व्यथित हूं। इस कठिन समय में अपनी संवेदना और समर्थन से तुर्किये के विदेश मंत्री को अवगत कराया। प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने तत्काल राहत उपायों पर चर्चा करने के लिए साउथ ब्लॉक में बैठक की।