गरियाबंद। गुरुवार जिला मुख्यालय के निकट ग्राम पंचायत डोंगरीगांव के आश्रित ग्राम केशोडार में शीतला सामुदायिक भवन का लोकार्पण लोकेश्वरी नेताम सभापति जिला पंचायत गरियाबंद द्वारा किया गया। लोकार्पण समारोह में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुये लोकेश्वरी नेताम ने कहा कि,जिले के तीन विकास खंड छुरा मैनपुर एवं गरियाबंद आदिवासी विकासखंड है , जहां पेशा कानून लागू है। इन पेशा क्षेत्रों के जल,जंगल, जमीन, खान, खनिज के मालिक पंचायत क्षेत्र की ग्राम सभा ग्राम पंचायत के सदस्य, झाखर, बैगा, पुजारी व ग्राम प्रमुख हैं। इन क्षेत्रों में तहसीलदार एसडीएम कलेक्टर या किसी अन्य अधिकारी को किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने के पूर्व ग्राम सभा की अनुमति लेना आवश्यक है। बिना सूचना के कोई भी अधिकारी इन क्षेत्रों में कार्यवाही या प्रवेश का अधिकार नहीं रखते। यहां तक पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों को भी पेशा क्षेत्र में प्रवेश व कार्यवाही के पूर्व ग्राम सभा ग्राम प्रमुखों को सूचित करना अनिवार्य है।
लोकेश्वरी नेताम ने दो ग्राम पंचायतों के बीच सीमा विवाद ना हो इसके लिये परंपरागत ठूठी मौली गाड़कर सीमा निर्धारण करने की सलाह दी, जिससे गांवों की सीमा सुरक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि यदि हमने अपनी सुरक्षा की ओर ध्यान नहीं दिया तो उद्योगपति व्यापारी गांवों की जमीन पर कब्जा कर लेंगे , वर्तमान कानून हम आदिवासियों के पक्ष में है हमें हमारी आने वाली पीढ़ी के भविष्य का भी ध्यान रखना होगा। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं से कहा कि बच्चों को शिक्षा पर जरूर ध्यान दें, उन्हें शिक्षित करना जरूरी है। विशिष्ट अतिथि जनपद सदस्या रमशीला बाई चंद्रवंशी ने शराब से दूरी बनाये रखने की बात कही।
शीतला सामुदायिक भवन ग्राम केशोडार के लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता सरपंच चमरू राम नेताम ने की , विशेष अतिथि उपसरपंच आरती ध्रुव नरेंद्र कुमार ध्रुव ठाकुर राम सोरी, पंचायत सचिव कीर्तन राम साहू,नंदलाल सोरी संतोष ध्रुव हेमलाल ध्रुव संतोष कुमार बरई रहे।