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बिटकॉइन में लगातार बढ़ रहा है निवेश, मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़ कर 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची

बिटकॉइन ने शुक्रवार को एक ट्रिलियन डॉलर का मार्केट कैपिटलाइजेशन हासिल कर लिया. दुनिया का सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरंसी ने पिछले सप्ताह 54 हजार डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया था. पिछले एक सप्ताह के दौरान इसमें 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. इस सप्ताह यह अब तक 64 फीसदी बढ़ चुका है. दरअसल बिटकॉइन में एलन मस्क के निवेश के बाद इसकी कीमत काफी तेजी से बढ़ी थी. इसमें टेस्ला, मास्टरकार्ड से लेकर बीएनवाई मेलन तक ने निवेश किया है. दुनिया की सभी क्रिप्टोकरेंसी की कुल मार्केट वैल्यूएशन 1.7 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है.

दुनिया भर जितना गोल्ड है उसकी मार्केट वैल्यूएशन 9 से 10 ट्रिलियन डॉलर तक है. हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि बिटकॉइन की मौजूदा कीमत इसकी असली कीमत से ज्यादा है. पूरी दुनिया में अब बिटकॉइन की स्वीकार्यता काफी बढ़ी है, इसी वजह से लोग अब इस डिजिटल करेंसी में जमकर पैसे लगा रहे हैं. वहीं एप्पल और टेस्ला जैसी मल्टीनेशनल कंपनी भी बिटकॉइन में इंवेस्ट कर रही हैं. पिछले हफ्ते एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का बड़ा इंवेस्टमेंट किया है. वहीं कई बड़ी इंश्योरेंस कंपनियों जैसे मास-म्यूचुअल, ऐसेट मैनेजर गैलेक्सी डिजिटल होल्डिंग, पेमेंट कंपनी स्क्वॉयर ने भी बिटकॉइन में बड़ा निवेश किया है इसी वजह से इसकी कीमत उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं.

बिटकॉइन एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है और यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ है कि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती है. कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित पेमेंट के लिए इसे बनाया गया है. बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा है, आभासी मतलब कि अन्य मुद्रा की तरह इसका कोई भौतिक स्वरुप नहीं है. यह एक डिजिटल करेंसी है. यह एक ऐसी करेंसी है जिसको आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं. यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है और अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है.

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