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मैन्यूफैक्चरिंग के बाद अब सर्विस सेक्टर में भी तेजी लेकिन रोजगार की रफ्तार धीमी

मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के बाद अब सर्विस सेक्टर में तेजी दिख रही है. सर्विस सेक्टर में बिजनेस गतिविधियों में इजाफा हुआ. सर्विस सेक्टर का बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स फरवरी में बढ़ कर 55.3 पर पहुंच गया. जनवरी में यह 52.8 पर था. इस बढ़ोतरी से साफ है कि सर्विस सेक्टर में बिजनेस एक्टिविटी बढ़ रही है.पिछले एक साल दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधियां फरवरी में सबसे तेज गति से बढ़ी है. यह आंकड़ा बताता है कि सर्विस सेक्टर में डिमांड बढ़ रही है.

सर्विस सेक्टर में डिमांड बढ़ने का असर रोजगार पर भी पड़ेगा. दरअसल कोरोना संक्रमण में सबसे ज्यादा असर सर्विस सेक्टर की कंपनियों पर पड़ा और इसकी रिकवरी धीमी रही है. सर्विस सेक्टर में अगर बिजनेस गतिविधियां बढ़ती हैं तो रोजगार भी तेजी से बढ़ेगी. सर्विस सेक्टर की कंपनियां भर्तियां भी तेज कर सकती हैं. पिछले कुछ समय में कुछ प्रमुख कंपनियों ने अपना भर्ती अभियान तेज किया है. खास कर रेस्तरां, होटल, फूड सर्विस, ट्रैवल और सिविल एविएशन में तेजी देखी जा रही है. निश्चित तौर पर इसका असर जीडीपी पर भी पड़ेगा.

चूंकि हमारी जीडीपी में ज्यादा हिस्सेदारी सर्विस सेक्टर की है इसलिए इसका तेजी से बढ़ना और जरूरी है. हालांकि रोजगार के मोर्चे पर चिंता बनी हुई है. नए आंकड़ों के मुताबिक सर्विस सेक्टर में बिजनेस गतिविधियां बढ़ी हैं लेकिन इस रफ्तार से रोजगार नहीं बढ़ा है. नीति-निर्माताओं के लिए यह बड़ी चुनौती होगी. सर्विस सेक्टर की कंपनियां सरकार से राहत पैकेज की उम्मीद लगाई हुई हैं.अगर सरकार इसे पूरा करती है इस सेक्टर में लोगों को रोजगार देने में तेजी दिख सकती है.

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