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कोरबा : 15 दिन बाद सुलझी ASI नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या की गुत्थी

कोरबा। 9 मार्च को कोरबा के बांगो थाना में तैनात एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या की गुत्थी को आख़िरकार पुलिस ने सुलझा लिया।कड़ाई से हुई पूछताछ में उसने एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की ह्त्या की बात कबूल ली.आरोपी हिकमत अमली को ASI नरेंद्र सिंह ने होली पर डीजे बजाने को लेकर समझाइश दी थी.जिसके चलते गुस्से में आकर उनकी हत्या कर दी।

सयुंक्त सायबर टीम मामले की बारीकी से जांच कर रही थी साइबर टीम द्वारा घटना का समय जो रात्रि 12 बजे से सुबह 06:30 बजे के बीच का होने से उस समय का तकनीकी विश्लेषण किया जा रहा था जिसमें विश्लेषण के आधार पर संदेही करण गिरी को अडेंटिफाई किया गया।संदेही करण गिरी को तलब कर पूछताछ किया गया जो पहले घटना करने से इंकार करता रहा फिर हिकमत अमली से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा घटना करना स्वीकार किया , बताया कि मृतक सउनि नरेन्द्र सिंह परिहार के द्वारा माह दिसम्बर में शराब प्रकरण में जेल भेज दिया था जो करीबन 15-20 दिन जेल में रहना बताया एवं दिनांक 08/03/2023 को होली त्योहार में मोहल्ला में डीजे बजाकर होली त्योहार मना रहे थे तब थाना से मृतक सउनि नरेन्द्र सिंह परिहार आकर रात्रि 09:30 बजे डीजे बंद कराकर डीजे थाना ले गया था तथा दूसरे दिन दिनांक 09.03.2023 को रात्रि 09:30 बजे तक पुलिस वाले डी जे बजाकर होली मना रहे थे, जिसमें परिहार साहब भी शामिल थे जिसे देखकर आक्रोशित होकर आज रात को मर्डर कर के रहूंगा कहकर पुलिस वालों का आना जाना बंद हो जाने के बाद, सूनसान पाकर परिहार साहाब के कमरा के दरवाजा को खटखटाया जैसे ही परिहार साहब दरवाजा खोले तब मुझे ढंग से होली नहीं मनाने दिये और जेल भेज दिये कहकर आक्रोशित होकर मर्डर करने के लिये टांगी से ताबड़तोड़ हमला कर परिहार साहब को मारकर वहां से भाग गया।

घटना कारित करने के बाद नदी के पास झाड़ी में टंगिया को छिपा दिया था जिसे आरोपी के निशानदेही पर जप्त किया गया। घटना में प्रार्थी एवं गवाहों का कथन, निरीक्षण घटना स्थल, पीएम रिपोर्ट, जप्तशुदा टांगी, कपडा एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपी करन गिरी पिता राजकुमार गिरी उम्र 25 वर्ष साकिन ठिहाईपारा बावापारा कोनकोना थाना बांगो जिला कोरबा छ.ग. के द्वारा अपराध धारा सदर का घटित करना पाये जाने से विधिवत गिरफ्तार कर मामला अजमानतीय होने से आरोपी को न्यायिक रिमाण्ड पर माननीय न्यायालय पेश किया जाता है।’

 

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