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पारंपरिक लोक संगीत के साथ हुआ कुदरगढ़ महोत्सव का आगाज

० ख्याति प्राप्त कलाकारों ने सुरमयी गीत-संगीत से बांधा समां

० स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने किया महोत्सव का शुभारंभ

सूरजपुर। सूरजपुर अंचल की अधिष्ठात्री देवी मां बागेश्वरी के धाम में तीन दिवसीय कुदरगढ़ महोत्सव का रविवार देर शाम लोक पारंपरिक गीतों के साथ आगाज हो गया। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कुदरगढ़ महोत्सव का शुभारंभ किया। पहले दिन ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा अलग-अलग विधाओं में प्रस्तुत सुरमयी गीत-संगीत ने समां बांध दिया। महोत्सव में पारंपरिक लोक संगीत की धुनों के अलावा क्लासिकल डांस और भजन पर लोग झूमते रहे। संसदीय सचिव  परसनाथ राजवाड़े ने शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता की।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव  पारसनाथ राजवाड़े ने अंचल के लोगों को चैत्र नवरात्रि पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

डॉ. टेकाम ने इस मौके पर सूरजपुर अंचल की अधिष्ठात्री देवी मां बागेश्वरी से प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा। महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य उर्दू बोर्ड के सदस्य  इस्माइल खान, जिला पंचायत उपाध्यक्ष  नरेश राजवाड़े, श्रीमती भगवती राजवाड़े, डीडीसी, बीडीसी, जनप्रतिनिधि गण, कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा, पुलिस अधीक्षक  रामकृष्ण साहू, एसईसीएल महाप्रबंधक  अमित सक्सेना, जिला पंचायत सीईओ सुश्री लीना कोसम, कुदरगढ़ मेला समिति के अध्यक्ष  भुवन भास्कर प्रताप सिंह, ट्रस्ट के सदस्य, नागरिक गण, प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

महोत्सव के पहले दिन नृत्यांगना डॉ. पूर्णाश्री राउत ने ओडिसी डांस, नन्हा सितारा ओम अग्रहरि ने प्रस्तुती दी। इसी तरह नासिर खान ने सूफी गायन, बीजीएम म्यूजिकल ग्रुप, भजन सम्राट दिलीप षडंगी ने आमा पान के पतरी, करेला पान के दोना गायन की प्रस्तुति दी। महोत्सव में राज्य के ख्याति प्राप्त कलाकारों ने पारंपरिक लोक-संगीत के माध्यम से समां बांधा। तीसरे दिन कुदरगढ़ महोत्सव के समापन अवसर पर पारंपरिक नृत्य, मानस मंडली एवं विविध खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

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