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कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा संचालित चॉईस सेन्टर अब बीज, उर्वरक, कीटनाशकों का विक्रय भी कर सकेंगे

 

० कृषि विज्ञान रायपुर में चॉईस सेन्टर संचालकों हेतु आयोजित 15 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का समापन

रायपुर । छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा संचालित सामान्य सेवा केन्द्र (चॉईस सेन्टर) अब बीज, खाद एवं कीट नाशक दवाओं जैसे कृषि आदानों का विक्रय भी कर सकेंगे। राज्य के विभिन्न जिलों के ऐसे 29 चॉईस सेन्टर संचालकों को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर द्वारा कृषि आदान विक्रय का प्रशिक्षण दिया गया। इन चॉईस सेन्टर संचालकों को कृषि एवं उद्यानिकी विभाग द्वारा बीज, उर्वरक एवं कीट नाशक दवाओं के विक्रय हेतु इन्पुट डीलर का लायसेंस प्रदान किया जाएगा, जिससे वे इन सामग्रियों का विक्रय कर कृषि आदान सामग्री वितरण प्रणाली का हिस्सा बन सकेंगे।

इस हेतु भारत सरकार के सी.एस.सी. ई-गवर्नेन्स सेवायें एवं इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 15 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण का आज यहां समापन हुआ। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. अजय कुमार वर्मा ने की। इस अवसर पर उद्यानिकी विभाग के अपर संचालक भूपेन्द्र पाण्डेय तथा कृषि विभाग के संयुक्त संचालक बी.के. मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समापन समारोह में अतिथियों द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाणपत्र वितरित किये गये।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा संचालित ई-गवर्नेन्स योजना के तहत विभिन्न नागरिक सेवाओं जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, मतदाता परिचय पत्र, पेंशन तथा अन्य कई सेवाओं के संपादन हेतु प्रदेश में 22 हजार से अधिक चॉईस सेन्टर कार्यरत हैं। इनमें से 29 सामान्य सेवा केन्द्रों का संचालन कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा किया जा रहा है। इन चॉईस सेन्टर संचालकों को कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर में 15 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान कर कृषि के मूलभूत विषयों की जानकारियों के साथ-साथ किसानों के राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं, कृषि मौसम सलाह तथा कृषक केन्द्र सेवाओं से संबंधित अन्य विषयों पर विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा गहन प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

उन्हें छत्तीसगढ़ में पैदा होने वाली मुख्य फसलों की कृषि कार्यमाला, मृदा परीक्षण, बीज प्रमाणीकरण, खरपतवार नियंत्रण, विभिन्न फसलों में लगने वाले रोगों की कीटों के नियंत्रण, विभिन्न खाद एवं उर्वरकों में पोषक तत्वों के मात्रा एवं उपयोग, कीट नाशक, रोग नाशक तथा खरपतवार नाशक दवाओं के संबंध में आवश्यक जानकारियां प्रदान की गई। इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन मैनेज हैदराबाद द्वारा स्वीकृत डिप्लोमा फॉर इन्पुट डीलर्स के पाठ्यक्रम के आधार पर किया गया। समापन समारोह में कृषि विज्ञान केन्द्र रायपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. गौतम राय सहित विभिन्न विषय वस्तु विशेषज्ञ उपस्थित थे।

 

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