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राज्यपाल हरिचंदन अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के चौथे दीक्षांत समारोह में शामिल हुए

65 मेधावी विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल से नवाजा, इनमें 36 छात्राएं शामिल
दो विद्वानों को मानद् उपाधि, त्रैमासिक पत्रिका कन्हार का विमोचन

रायपुर-अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर का चौथा दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय परिसर में राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्री विश्वभूषण हरिचंदन की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर फिजी गणराज्य के भारत में उच्चायुक्त श्री कमलेश शशि प्रकाश मौजूद थे। समारोह में विश्वविद्यालय के 58 और शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के 7 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं डिग्री से अंलकृत किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा समाज विज्ञान और कला संकाय में योगदान के लिए 2 विद्वानों को मानद् उपाधि से विभूषित किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय ने गणित एवं अंग्रेजी विषय के 2 शोधकर्ता विद्यार्थी को पहली बार पीएचडी की उपाधि प्रदान की। कार्यक्रम में संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, बेलतरा विधायक श्री रजनीश सिंह, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री ए.डी.एन वाजपेयी, शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के कुलपति डॉ. ललित प्रकाश पटेरिया, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा विशेष रूप से मौजूद रहे। इस अवसर पर राज्यपाल श्री हरिचंदन ने अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका कन्हार का विमोचन किया।  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल श्री हरिचंदन ने स्वर्ण पदक एवं मानद उपाधि प्राप्त सभी विद्यार्थी एवं विद्वानों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के सपनों और आशाओं से गढ़ा जाएगा। दीक्षांत समारोह विद्यार्थी और यूनिवर्सिटी के लिए एक यादगार दिन होता है। आपने विश्वविद्यालय में जो शिक्षा अर्जित की है, वो एक बेहतर और प्रगतिशील समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाएगा। विद्यार्थियों को सतत अपनी क्षमता और ज्ञान के विकास के लिए प्रयास करते रहना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के द्वारा सरकार ने शिक्षा की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। शिक्षा नीति में समावेशी शिक्षा को शामिल किया गया है, जिसमें बच्चों के संपूर्ण विकास पर जोर दिया जा रहा है। आज हम अपनी प्राचीन समृद्ध ज्ञान और परम्परा को भूल गए है। अपनी पुरानी प्रतिष्ठा को फिर से अर्जित करने के लिए शिक्षा व्यवस्था में मानवीय मूल्यों और परम्पराओं को शामिल करना होगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में ही मानवीय मूल्यों, परम्पराओं और रचनात्मक क्षमता का विकास होता है। विद्यार्थी नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते है। मुख्य अतिथि उच्चायुक्त श्री कमलेश शशि प्रकाश ने विद्यार्थियों केा अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज से आपके जीवन में एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि  खूब पढ़े इसे अपनी आदत में शामिल कर ले। पढ़ाई से ही आपके सपनों को उंची उड़ान मिलेगी। उन्होंने कहा कि अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें और उसे प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करें। कुलपति श्री ए.डी.एन वाजपेयी ने स्वागत भाषण दिया और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी दी ।

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