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Tahawwur Rana: भारत का वीजा दिलाने में हेडली को राणा ने ही की थी मदद, खुद भी मुंबई हमले से पहले भारत आया था

दिल्ली। मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा ने ही सह-साजिशकर्ता डेविड कोमलैन हेडली को भारत का वीजा दिलाने में मदद की थी। हेडली ने मुंबई हमले से पहले यहां आकर रेकी की थी। मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि गुरुवार को ही तहव्वुर राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है। भारत पहुंचने पर एनआईए ने गुरुवार शाम को तहव्वुर राणा को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली की विशेष अदालत ने राणा को 18 दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।



डेविड हेडली के लगातार संपर्क में रहा तहव्वुर राणा
तहव्वुर राणा पाकिस्तानी सेना की मेडिकल कोर में काम कर चुका है और सेना से रिटायर होने के बाद वह 90 के दशक में कनाडा शिफ्ट हो गया। कनाडा जाने से पहले तहव्वुर राणा अमेरिका के शिकागो गया, जहां उसने एक इमीग्रेशन कंसल्टेंसी फर्म शुरू की थी। पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि अपनी इमीग्रेशन फर्म के द्वारा ही तहव्वुर राणा ने मुंबई हमले के सह-साजिशकर्ता डेविड हेडली को भारतीय वीजा का दस साल का एक्सटेंशन दिलाने में मदद की थी। डेविड हेडली ने ही मुंबई हमले के लिए रेकी की थी। भारत में रहने के दौरान हेडली ने भी इमीग्रेशन संबंधी काम करने का दिखावा किया और इस दौरान वह तहव्वुर राणा के नियमित संपर्क में बना रहा। पुलिस के अनुसार, डेविड हेडली के भारत में रहने के दौरान उसकी तहव्वुर राणा से 230 से अधिक बार फोन पर बात हुई।

 

मुंबई हमले से पहले खुद भी भारत आ चुका तहव्वुर राणा
मुंबई आतंकी हमले से कुछ दिन पहले ही साल 2008 में तहव्वुर राणा भी भारत आया था। भारत प्रवास के दौरान राणा पवई के एक होटल में रहा था और इस दौरान उसने एक व्यक्ति से मुंबई के भीड़भाड़ वाले इलाकों की जानकारी ली थी। जिस व्यक्ति ने ये जानकारी दी, उसने अदालत में गवाही दी है। जब मुंबई में हमला हुआ तो बताई गई भीड़भाड़ वाली जगहों को भी निशाना बनाया गया। मुंबई हमले में 166 लोगों की जान चली गई थी। हमले के दौरान आतंकियों ने मुंबई के कई प्रतिष्ठित स्थलों को निशाना बनाया था, जिनमें ताज महल और ओबेरॉय होटल, लियोपोल्ड कैफे, चबाड हाउस और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस ट्रेन स्टेशन शामिल थे।

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