तिब्बत के निर्वासित सरकार के पीएम पेम्पा सेरिंग ने तिब्बतियों से कहा है कि आप जहां भी हैं, वहां से अपने देश की आजादी के चिंता करें और अपना हर संभव योगदान दें। उन्होंने कहा कि तिब्बत का पर्यावरण और जल स्रोत इंडिया के लिए ही नहीं पूरे एशिया के लिए महत्वपूर्ण है, जिसे चीन खत्म करने का काम कर रहा है।
चीन पानी की दिशा मोड़ रहा है।माइनिंग के कारण पहाड़ और जंगल भी सुरक्षित नहीं रहे। इससे वहां का जल स्रोत तेजी से खत्म हो रहा है। हमें इसे लेकर लोगों बताना होगा। मैनपाट के दो दिनी दौरे पर पहुंचे तिब्बती प्रधानमंत्री यहां तिब्बतियों के कैंप नंबर एक में संचालित सेेटलमेंट दफ्तर में जनता को संबोधित कर रहे थे।
सुबह नौ बजे से दोपहर ढाई बजे तक यह कार्यक्रम चला। इस दौरान तिब्बतियों ने तिब्बत की आजादी से लेकर चीन द्वारा उत्पन्न किए गए हालात से लेकर तमाम मुद्दे पर सवाल किया, जिसका पीएम ने जवाब दिया।
बाजार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया
कैंप नंबर एक में संचालित सेटलमेंट दफ्तर में तिब्बत के निर्वासित पीएम पेम्मा सेरिंग का संबोधन कार्यक्रम था, जो सुबह 9 से ढाई बजे तक चला। इस दौरान पेम्मा सेरिंग ने तिब्बती बाजार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण पर जोर दिया।
पीएम ने तिब्बतियों से मार्केट, पर्यावरण, खेती समेत पांच मुद्दों पर रखी अपनी बात
- तिब्बती मार्केट: मैनपाट में तिब्बती मार्केट तैयार किया जाएगा, ताकि तिब्बतियों की नई पीढ़ी के साथ यहां आने वाले पर्यटकों को तिब्बत की कला और संस्कृति के बारे में जानकारी मिल सके। मैनपाट के रोपाखार में तिब्बती मार्केट के लिए पांच एकड़ जमीन मिली है। मार्केट यहीं डेवलप होगा और इसके लिए हर संभव मदद किया जाएगा।
- पर्यावरण संरक्षण: मैनपाट की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि जितने अच्छे यहां के लोग हैं, उतना ही अच्छा, शांत व सुंदर इलाका है मैनपाट। मुझे पता चला है कि पहले यहां अप्रैल में भी गर्मी का एहसास नहीं होता था, लेकिन अब गर्मी बढ़ रही है।
- खेती: खेती पर बात करते हुए पेम्पा सेरिंग ने कहा कि वे जिस खेती से जुड़े हुए हैं, उसमें देखना होगा कि आपको कितना लाभ मिल रहा है। अगर आपको लगता है कि समय के साथ इसमें बदलाव करना चाहिए, तो उस पर आप लोगों को काम करना चाहिए।
- दलाई लामा: मैनपाट में रहने वाल तिब्बतियों ने प्रधानमंंत्री से दलाई लाला के सेहत के बारे में पूछा। इस पर पेम्पा सेरिंग ने कहा कि वे पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। कोरोना की वजह से वे आप लोगों तक नहीं पहुंच पा रहे थे।
- तिब्बत की लिपि: तिब्बती प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन तिब्बत की लिपि को ही खत्म करना चाहता है, ताकि इसका अस्तित्व खत्म हो जाए। हमें इसे बचाना होगा।
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