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वरुथिनी एकादशी आज : कन्यादान के सामान पुण्य है आज का दिन , करें भगवान श्री कृष्ण की पूजा

वैशाख माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी का वरुथिनी एकादशी कहा जाता है जो कि पंचांग के अनुसार आज यानि 16 अप्रैल, रविवार के दिन पड़ रही है. इस दिन भगवान विष्णु और भगवान श्री कृष्ण का पूजन किया जाता है. कहते हैं कि वरुथिनी एकादशी का व्रत कन्यादान के समान पुण्य प्रदान करता है और दुनिया कन्यादान को महादान कहा गया है. आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.

वरुथिनी एकादशी 2023 शुभ मुहूर्त
वरुथिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है. इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 32 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक है. यदि शुभ मुहूर्त में पूजा की जाए तो शुभ फल प्राप्त होता है. बता दें कि एकादशी का व्रत करने के बाद अगले दिन व्रत का पारण किया जाता है. वरुथिनी एकादशी का व्रत पारण 17 अप्रैल को होगा. इस दिन सुबह 5 बजकर 54 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 29 मिनट तक व्रत पारण का समय है.

वरुथिनी एकादशी पूजन विधि
वरुथिनी एकादशी के दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करें और मंदिर स्वच्छ करें. इसके बाद हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें और भगवान विष्णु व भगवान कृष्ण का पूजन आरंभ करें. भगवान को चंदन का तिलक लगाएं और फूल माला व मिठाई अर्पित करें. इसके बाद घी का दीपक जलाएं और पंचामृत का भोग अवश्य लगाएं. फिर व्रत कथा पढ़ें व आरती करें. एकादशी व्रत के दिन भगवान को न तो अन्न का भोग लगाया जाता है और न ही स्वयं अन्न का सेवन किया जाता है. दिनभर व्रत रखने के बाद रात्रि के समय फल या कूट्टू से बना भोजन ग्रहण किया जाता है. इसके बाद अगले दिन व्रत का पारण किया जाता है.

 

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