दिल की देखभाल करना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये शरीर में सबसे अहम अंगों में से एक है. ये दिल ही है जो हमें अन्य अंगों तक रक्त प्रवाह कर जीवित रखता है. दिल की बीमारियों की घटना प्रमुख रूप से पिछले कुछ वर्षों में बढ़ गई है. उसके पीछे डायबिटीज, हाइपरटेंशन, अस्वस्थ डाइट, मोटापा, सुस्त जीवनशैली और अल्कोहल, तंबाकू का सेवन जोखिम के तौर पर उभरे हैं. इसलिए जरूरी है कि तत्काल सक्रिय हुआ जाए अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं, जिससे दिल की बीमारियों के बोझ को कम किया जा सके.
आपको जरूर स्वस्थ दिल वाली जीवनशैली बिताना चाहिए क्योंकि स्वस्थ दिल के फायदे का आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है. मजबूत दिल के होने से कई पुरानी स्थितियों से जुड़ी पेचीदगियों के खिलाफ सुरक्षा मिल सकती है. हालांकि, उम्र दिल के रोग का एक बुनियादी जोखिम कारक रहा है, हर साल ज्यादा से ज्यादा युवाओं में बदलती जीवनशैली के कारण दिल की बीमारी के मामले उजागर हो रहे हैं. इसलिए, महत्वपूर्ण है कि जिंदगी की शुरुआत से बाद के चरण में विपत्तियों को रोकने के लिए दिल की देखभाल शुरू की जाए.
दिल को स्वस्थ रखने के उपाय
1. फूड के स्वस्थ विकल्प बनाना
साबुत अनाज- रोजाना के भोजन में साबुत अनाज का कम से कम एक प्रकार जैसे बाजरा और अनाज की सिफारिश की जाती है.
ओमेगा-3 से भरपूर फूड्स- चिया बीज और अलसी ओमेगा-3 के सबसे अच्छे स्रोत हैं.
हरी पत्तेदार सब्जियां- रोजाना की डाइट में हरी सब्जियों को ज्यादा शामिल करें क्योंकि ये विटामिन्स और मिनरल्स, विशेषकर दिल के अनुकूल विटामिन K के स्रोत हैं.
जड़ी-बूटी- टेबल नमक से परहेज करें और भूड में स्वाद के लिए जड़ी बूटी को शामिल करें.
जैतून और सरसों का तेल- खाना बनाने के लिए जैतून और सरसों तेल का इस्तेमाल करें क्योंकि उनमें स्वस्थ फैट्स होते हैं, जो दिल के लिए अच्छा है.
2. खुद को हाइड्रेटेड रखें
दिन भर पानी पीने के अलावा, खुद को अन्य स्वस्थ ड्रिंक्स जैसे नारियल पानी, नींबू पानी, स्मूदी और कम नमक और शुगर की मात्रा का इस्तेमाल करते हुए घर पर तैयार ड्रिंक्स से खुद को हाइ़ड्रेटेड रखें.
3. नियमित व्यायाम करें
व्यायाम धममियों में पट्टिका के खतरे को कम कर सकता है जो रक्त प्रवाह को कम करता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, सिफारिश की जाती है कि कम से कम हर सप्ताह 150-300 मिनट शारीरिक गतिविधि को अंजाम दें.
4. तनाव और मानसिक सेहत का प्रबंधन
तनाव का प्रबंधन हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है. तनाव का संबंध अक्सर हाई ब्लड प्रेशर से जुड़ता है और शरीर को तनाव के ऊंचे स्तर तक उजागर करता है. सांस लेने का व्यायाम और मेडिटेशन तनाव के प्रबंधन में मदद कर सकता है.
5. ब्लड प्रेशर को काबू करना
हाई ब्लड प्रेशर एक आम बीमारी है और दिल की बीमारियों का एक प्रमुख कारण जैसे हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर है. आपको ब्लड प्रेशर पर निरंतर निगरानी रखनी होगी और हाइपरटेंशन कम करने में मददगार डाइट को खाना चाहिए.
ये भी पढ़ें – मशहूर गीतकार कुंवर बेचैन का कोरोना से निधन, कुमार विश्वास बोले- हे ईश्वर, बस भी कर
One Comment
Comments are closed.