भारत में डिजिटल लेनदेन बढ़ता जा रहा है. कोरोना काल में विशेष तौर से डिजिटल लेनदेन बढ़ा है. डिजिटिल लेनदेन के लिए बड़ी संख्या में लोग यूपीआई (UPI) यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस का काफी इस्तेमाल करते हैं. भारत सरकार ने यूपीआई भुगतान के लिए ही भीम एप भी लॉन्च किया था. आज के समय में 10 से भी अधिक ऐसे एप हैं, जो यूपीआई की सुविधा देते हैं.
हालांकि डिजिटल लेनदेन ने जहां कई समस्याओं को हल कर दिया है, वहीं एक बड़ा सवाल इसकी सुरक्षा को लेकर भी खड़ा हो गया है. आए दिन साइबर क्राइम की खबरें आती रहती है. हैकर्स नए-नए तरीकों से लोगों को ठगते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिन्हें आजमा कर आप साइबर धोखाधड़ी से बच सकते हैं.
भीम एप पर करें यूपीआई पिन का इस्तेमाल
अपना यूपीआई पिन सरकार की तरफ से जारी किए गए भीम एप पर ही डालें. यह भी ध्यान रखें कि सिर्फ भरोसेमंद ऐप पर ही यूपीआई से भुगतान करें.
यूपीआई पिन कब डालें
आपसे यूपीआई पिन डालने के लिए सिर्फ तब ही कहा जाता है जब आपको पैसे भेजने होते हैं. अगर आपको कहीं से पैसे मिल रहे हैं और उसके लिए आपसे यूपीआई पिन मांगा जा रहा है, तो यह फ्रॉड हो सकता है.
कस्टमर केयर से करें संपर्क
लेनदेन में कोई भी परेशानी आने पर कस्टमर केयर से करें. केवल पेमेंट एप्लीकेशन का ही इस्तेमाल करें.ऐसे किसी नंबर पर कॉल ना करें जिसकी पुष्टि नहीं हुई हो.
किसी को न बताएं यूपीआई पिन
यूपीआई पिन किसी के साथ साझा ना करें. ऐसा करने पर जालसाज उसका गलत इस्तेमाल कर आपको ठग सकते हैं.
क्या होती है UPI पिन
- UPI से पेमेंट करने के लिए UPI पिन की जरुरत पड़ती है.
- UPI पिन, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस पर्सनल आईडेंटिफिकेशन को कहा जाता है. यह 4 या 6 डिजिट का पासकोड होता है.
- इसे यूजर को ही सेटर करना होता है. बिना इसके ट्रांजेक्शन नहीं हो सकती. इसलिए इसे याद रखना जरूरी है.
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