देश में अलग-अलग राज्यों से मिलने वाले कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। कोरोना के नए मामलों में बढ़ोत्तरी के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता बढ़ गई है। इसी बीच अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की ओर से राज्यों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर रोक लगाने के लिए सतर्कता जरूरी है। इसके लिए सभी राज्यों को सुरक्षा रखते हुए रणनीति बनाकर संक्रमण को रोकना होगा। इसके लिए जल्द से जल्द कोरोना केस की पहचान, तुरंत टेस्ट जरूरी है। कोरोना के वैरिएंट्स और उसके ट्रेंड्स पर भी लंबे समय तक नजर रखनी होगी।
विदेश यात्रियों पर निगरानी के निर्देश
राज्यों को अपने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर निगरानी रखनी चाहिए और उनमें से कुछ यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराना चाहिए। सभी नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजना चाहिए। अगर किसी यात्री में कोरोना के लक्षण मिलते है तो तुरंत उसके आइसोलेशन और इलाज के लिए ध्यान देना होगा। साथ ही उससे संक्रमण न फैले, इसका प्रबंधन करना चाहिए।
स्वास्थ्य विभाग ने दिए ये भी निर्देश
पत्र में कहा गया है कि कोरोना केसों के लिए अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले मरीजों पर निगरानी रखनी चाहिए। अगर उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आता है तो उनके इलाज के साथ ही संक्रमण को फैलने से रोकने के उपाय तुरंत करने होंगे। एक बार की निगरानी के बजाए बार-बार सर्वे करते रहना होगा, ताकि कोरोना को फैलने से तुरंत रोका जा सके। इसके लिए सीवेज और वेस्टवाटर सर्वे भी कराना चाहिए। गाइडलाइंस का पालन सभी जिलों में हो, इसके लिए उचित प्रबंधन करने होंगे।
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