रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश में स्थापित सौर संयंत्रों के संधारण एवं रखरखाव के कार्य के लिए क्रेडा द्वारा ’’रूचि की अभिव्यक्ति’’ जारी कर ठेकेदार के रूप में सेवाकर्ता इकाईयों को एक वर्ष के लिये कार्यादेश जारी कर अनुबंधित किया जाता है। क्रेडा द्वारा सौर संयंत्रों के संधारण एवं रखरखाव हेतु सेवाकर्ता इकाईयों का अनुबंध किये जाने के कारण प्रदेश के लगभग 1172 लोगों के लिए रोजगार का सृजन हुआ है। इन सेवाकर्ता इकाईयों को समय-समय पर क्रेडा द्वारा प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है, जिसके कारण पूर्व से कार्यरत् कुछ सेवाकर्ता इकाईयों द्वारा अनुबंधित कार्य छोड़कर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अनुभव के कारण स्वयं का व्यवसाय भी प्रारंभ किया गया है, जिससे इन की आर्थिक उन्नति के साथ-साथ जीवन स्तर में भी परिवर्तन हुआ है।
सेवाकर्ता इकाईयों के कार्यादेश राशि का निर्धारण प्रथम बार चयन होने पर न्यूनतम मजदूरी को ध्यान में रखकर किया जाता है तथा इनका प्रदर्शन एवं कार्य संतोषप्रद होने पर आगामी वर्ष के लिए कार्यादेशित राशि में 05 प्रतिशत् की वृद्धि कर नवीन अनुबंध किया जाता है। इन सेवाकर्ता इकाईयों से अनुबंध एक ठेकेदार के रूप में परियोजना की आवश्यकताओं के आधार पर किया जाता है। अनुबंध की शर्त की कंडिका 14 अनुसार सेवाकर्ता इकाईयां क्रेडा के पूर्णकालिक अथवा अंशकालीन कर्मचारी नहीं होते है।
विगत वर्ष में अनुबंधित सेवाकर्ता इकाईयों में से कुछ इकाईयों द्वारा कुछ दिनों से अनुबंध को खत्म कर संविदा आधार पर रखे जाने की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है जिससे प्रदेश अंतर्गत स्थापित सौर संयंत्रों के संधारण एवं रखरखाव का कार्य प्रतिकूल रूप से प्रभावित हो रहा है। कतिपय सेवाकर्ता इकाईयों द्वारा विभिन्न प्रकार का भ्रम फैलाकर अन्य सेवाकर्ता इकाईयों को दिग्भ्रमित किया जा रहा है।
उल्लेखनिय है कि, जिला सरगुजा, बलरामपुर, कोरिया, सूरजपुर, जशपुर, मनेन्द्रगढ़-चिरमीरी-भरतपुर, बलौदाबाजार, धमतरी के सेवाकर्ता इकाईयों द्वारा हड़ताल में सम्मिलित न होकर नवीन अनुबंध कर संयंत्रों के संधारण एवं रखरखाव का कार्य किया जा रहा है। क्रेडा द्वारा शेष इकाईयों को भी नवीन अनुबंध करने की सलाह दी जा रही है।