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एसएन घोरमडे ने भारतीय नौसेना के उप प्रमुख का कार्यभार संभाला, रह चुके हैं नेवी की ईस्टर्न कमांड के चीफ ऑफ स्टाफ

वाइस एडमिरल एसएन घोरमडे (SN Ghormade) ने आज वाइस एडमिरल जी अशोक कुमार की जगह नौसेना के नए उप प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया. जी अशोक कुमार आज रिटायर हो गए. इससे पहले घोरमडे इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ हैडक्वार्टर में एकीकृत रक्षा स्टाफ (संचालन और प्रशिक्षण) के उप प्रमुख थे.

घोरमडे ने पूर्वी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ के साथ-साथ नौसेना ऑपरेशंस के महानिदेशक के रूप में भी काम किया है. वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से ग्रेजुएट हैं और 1 जनवरी 1984 को भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे. उन्होंने पिछले 35 वर्षों में गाइडेड-मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस ब्रह्मपुत्र, पनडुब्बी रेसक्यू पोत आईएनएस निरीक्षक और माइंसवीपर आईएनएस एलेप्पी के कमांड सहित विभिन्न ऑपरेशंस और स्टाफ अपॉइंटमेंट्स की जिम्मेदारी संभाली है.

घोरमडे विदेश मंत्रालय में निदेशक (सैन्य मामलों) के अलावा डायरेक्टर ऑफ पर्सनेल, नौसेना प्लान डायरेक्टर और नौसेना मुख्यालय में जॉइंट डायरेक्टर रह चुके हैं.

देश के कई जगह हैं नौसेना के बड़े बेस

गौरतलब है कि भारतीय नौसेना के बड़े बेस मुंबई, गोवा, कारवार, कोच्चि, चेन्नई, विशाखापट्नम, कोलकाता और पोर्ट ब्लेयर में स्थित हैं. हिंद महासागर में चीन के बढ़ती मौजूदगी के बीच भारतीय लिए एक बड़ी चुनौती है. चीनी नौसेना के पास इस समय 75-80 पनडुब्बियां हैं.

हिंद महासागर में श्रीलंका, बर्मा, पाकिस्तान और जिबूती में चीन अपने बंदरगाह और मिलिट्री-बेस तैयार कर रहा है जिसके कारण चीनी नौसेना के युद्धपोतों की मौजूदगी भी भारत की समुद्री-सीमाओं के पास बढ़ गई है. जबकि, मौजूदा समय में भारतीय नौसेना के पास 17 पनडुब्बियां हैं, जिनमें 15 कनवेंशनल पनडुब्बी हैं और दो परमाणु पनडुब्बियां हैं. इनमें से एक परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी, आईएनएस चक्र है, जो भारत ने रूस से लीज़ पर ली है.

 

 

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