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कोरोना वायरस: दूसरी लहर के दौरान अप्रैल-मई में कितने लोगों ने गंवाई जान? सरकारी आंकड़ों में दिख रहा है अंतर

कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल-मई में देश में कितने लोगों की मृत्यु हुई? कोरोना के असर की गंभीरता को समझने के लिए इस बात को जानना जरूरी है. साथ ही भविष्य में यदि ये महामारी एक बार फिर फैलती है तो ऐसे में इस से बचाव के लिए एक बेहतर स्वास्थ्य पॉलिसी बनाने के लिए भी सहीं आंकड़ों के बारे में जानना जरूरी है. इसके अलावा मृतकों के आश्रितों के लिए भी ये आंकड़े बेहद अहम हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्र सरकार को 14 अगस्त तक इस बात को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल करना है कि वो कोरोना के चलते जान गंवाने वाले लोगों के आश्रितों को किस तरह से मुआवजा प्रदान करेगी.

सरकारी आंकड़ों की बात करें तो अप्रैल-मई के महीनों में कोरोना के चलते जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 1 लाख 69 हजार है. ये वो आंकड़े है जो देश की सभी राज्य सरकारों ने केंद्र सरकार को रिपोर्ट किए हैं. हालांकि इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, दूसरी लहर के दौरान कोरोना से देशभर में जान गंवाने वाले लोगों के वास्तविक आंकड़ों के मुकाबले ये सरकारी आंकडें बेहद कम हैं. साथ ही इस बात को जानना बेहद कठिन हैं कि वास्तव में कितने लोगों ने इसके चलते जान गंवाई है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में जिस तरह से मृतकों के आंकड़ों की गिनती होती है ऐसे में केवल इनकी संख्या का अनुमान ही लगाया जा सकता है और एक सही अनुमान तक पहुंचने में भी एक साल का समय लग जाएगा.

आठ राज्यों में 2019 के मुकाबले इस साल हुई दोगुने लोगों की मृत्यु 

रिपोर्ट के अनुसार आठ राज्यों में साल 2019 में अप्रैल-मई के महीनों के दौरान सभी कारणों को मिलाकर जितनी मृत्यु हुई थी, उसके मुकाबले इस साल यहां इन दो महीनों में दोगुने से भी ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है. सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (CRS) के अनुसार, इस साल अप्रैल-मई के महीनों में देश में कोरोना के चलते हुई कुल मृत्यु का एक तिहाई इन आठ राज्यों से ही रिपोर्ट किया गया है.

साल 2019 में अप्रैल-मई के महीनों के मुकाबले केरल में इस साल अप्रैल-मई में सबसे कम 1.23 गुना लोगों की मृत्यु हुई है. वहीं मध्य प्रदेश में ये आंकडें सबसे ज्यादा हैं. यहां साल 2019 की तुलना में इस साल अप्रैल-मई में 2.92 गुना लोगों की मृत्यु हुई है. अगर हम इस दौरान के कोरोना से मृत्यु के सरकारी आंकड़ों को इस से घटा देते हैं तो केरल में साल 2019 के मुकाबले इस साल अप्रैल-मई में मरने वाले लोगों की संख्या 1.12 गुना हो जाती हैं. वहीं मध्य प्रदेश के लिए ये घटकर 2.86 गुना होती है. सभी आठ राज्यों को मिलकर ये आंकडें 2.04 गुना से घटकर 1.87 गुना पर आ जाते हैं.

बिहार और हरियाणा में हुई दोगुने से ज्यादा लोगों की मृत्यु 

कोरोना से मृत्यु के सरकारी आंकडें हटाने के बाद भी कई राज्यों में साल 2019 में अप्रैल-मई के महीनों के मुकाबले इस साल मरने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. बिहार में इस साल अप्रैल-मई के महीनों में 2019 के मुकाबले 2.03 गुना लोगों की मृत्यु हुई है. वहीं इकस दौरान झारखंड में 1.21 गुना, पंजाब में 1.73 गुना, हरियाणा में 2.44 गुना, दिल्ली में 1.4 गुना, कर्नाटक में 1.37 गुना और केरल में 1.12 गुना ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई है.

 

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