टोक्यो में चल रहे ओलंपिक खेलों के 15वें दिन पूरे भारत की नज़रें नीरज चोपड़ा पर हैं. नीरज चोपड़ा जैवलीन थ्रो का फाइनल मुकाबला खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. नीरज चोपड़ा के पास भारत के लिए ओलंपिक खेलों में पहला मेडल जीतने वाले एथलीट बनने का मौका है.
नीरज ने क्वालीफिकेशन राउंड के पहले प्रयास में ही 86.65 मीटर के थ्रो के साथ फाइनल के लिए क्वालीफाई कर भारत की पदक की उम्मीदें बढ़ा दी थी. भारत ने अबतक टोक्यो ओलंपिक में दो रजत और तीन कांस्य सहित कुल पांच पदक जीते हैं लेकिन उसे अब तक स्वर्ण हासिल नहीं हुआ है.
नीरज ने क्वालीफिकेशन में जिस तरह का प्रदर्शन किया और वह ग्रुप ए में पहले स्थान पर रहे थे, उसके बाद उनसे सोना लाने की संभावना बढ़ गई है. 23 साल के नीरज ने ओलंपिक स्टेडियम में, ग्रुप ए क्वालीफिकेशन राउंड के अपने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंक 83.50 मीटर के ऑटोमेटिक क्वालीफाइंग अंक को हासिल किया था तथा फाइनल में पदक के प्रबल दावेदार के रूप में उभरे.
शानदार फॉर्म में हैं नीरज चोपड़ा
नीरज ने जर्मनी के जोहानेस वेटेर को पीछे छोड़ा था जो स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. जोहानेस ने भी हालांकि, 85.64 मीटर का थ्रो कर ऑटोमेटिक क्वालीफिकेशन हासिल किया था.
अब शनिवार को होने वाले फाइनल में सभी की निगाहें नीरज पर होंगी क्योंकि वह इस सीजन में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और उनके नाम 88.07 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है, जिसे उन्होंने मार्च में इंडियन ग्रां प्री में हासिल किया था.
नीरज ने मार्च में इंडियन ग्रां प्री में 88.07 मीटर के नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ अपने सीजन की शुरूआत की थी और इसके बाद फेडरेशन कप में 87.80 मीटर थ्रो के साथ एक और सराहनीय प्रदर्शन किया था.
यह भी पढ़ें- उद्योग जगत ने आरबीआई के कदम को सराहा, कहा- नीतिगत दर को बरकरार रखने से बढ़ेगा कंपनियों का भरोसा
One Comment
Comments are closed.