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कोयला उत्पादन में एसईसीएल लगातार अव्वल – पंडा

एसईसीएल द्वारा  पिछले साल उत्पादित कोयले के आधार पर छत्तीसगढ़  देश में सर्वाधिक कोयला उत्पादक राज्य रहा, स्वतंत्रता दिवस  पर  एसईसीएल का  शत प्रतिशत टीकाकरण पर जोर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर  एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक  ए.पी. पण्डा ने एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन प्रांगण में झंडावंदन किया एवं सुरक्षा टुकड़ी की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कोरोना काल की चुनौतियों के बीच  एसईसीएल की टीम ने  सराहनीय प्रदर्शन किया है।

उन्होंने कहा कि  एसईसीएल द्वारा  पिछले साल उत्पादित कोयले के आधार पर छत्तीसगढ़  देश में सर्वाधिक कोयला उत्पादक राज्य रहा। एसईसीएल लगातार तीन वर्षों तक 150 मिलियन टन  उत्पादन करने वाली कोयला उद्योग की एकमात्र कम्पनी बनी है।

उन्होंने कहा कि  वित्तीय वर्ष 2021-22 में कम्पनी उत्पादन और कोल डिस्पैच की दिशा में तेजी से काम कर रही है तथा मुझे विश्वास है कि हम सभी मिलकर इस साल के लक्ष्यों को जरूर हासिल करेंगे। उन्होंने  कहा कम्पनी नयी परियोजनाओं के विकास की दिशा में भी काम कर रही है। कम्पनी के सरायपाली खदान से मार्च 2021 से कोयला उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। बरौद एक्सपेंशन (10 एमटीवाई), दीपका (40 एमटीवाई) एवं पोरदा-चिमटापानी (10 एमटीवाई) के प्रोजेक्ट रिपोर्ट अनुमोदित हो चुके हैं। कुसमुण्डा क्षेत्र सरफेस माईनर, पे-लोडर, डम्पर जैसे एचईएमएम के बड़े फ्लीट के साथ डिपार्टमेन्टल मेगा माईन के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है। संचालन में नयी तकनीक का समावेश करते हुए चिरमिरी क्षेत्र के रानीअटारी एवं हसदेव क्षेत्र के कुरजा-शीतलधारा में लो-हाईट कान्टिन्यूअस माईनर पैकेज लगाए गए हैं।

कम्पनी ग्रीन टेक्नॉलॉजी को बढ़ावा देने की दिशा में भी निवेश कर रही है। सोहागपुर सीबीएम ब्लाक-1 साईट पर कोल बेड मिथेन परियोजना के विकास के लिए सीएमपीडीआईएल को कार्यान्वयन एजेंसी नियुक्त किया गया है। भटगांव क्षेत्र के महामाया ओपनकास्ट माईन में सर्फेस कोल गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट के ’प्री-फिजीबिलिटी स्टडी’ के लिए अनुबंध किया गया है। उन्होंने  कहा कोयले के उत्पादन तथा डिस्पैच के संतुलन को और बेहतर करने तथा पर्यावरण के लिहाज से कम्पनी की फर्स्ट माईल कनेक्टिविटी परियोजनाएँ बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। कुसमुण्डा खदान में कोल डिस्पैच के उद्धेश्य से  20 हजार टन क्षमता के आरसीसी बंकरयुक्त कोल हेण्डलिंग प्लांट की कमिशनिंग की जा चुकी है, वहीं 40 एमटीवाई  क्षमता के 4 साईलो युक्त सीएचपी की कमिशनिंग, कार्यान्वयन के अधीन है।

गेवरा, दीपका, मानिकपुर, बरौद, छाल में रैपिड लोडिंग सिस्टम, इनपिट कन्वेयर, सर्ज बिन्स, बंकर तथा रेल लिंकेज से युक्त साईलो की स्थापना से, भविष्य में इन क्षेत्रों में प्रस्तावित बड़े उत्पादन को डिस्पैच करने में सहूलियत होगी। कम्पनी के फर्स्ट माईल कनेक्टिविटी की 9 परियोजनाओं में लगभग 4,000 करोड़ रूपये का पूँजीगत व्यय प्रस्तावित है तथा इनसे कम्पनी की 6 खदानों से अतिरिक्त रूप से 60 से 70 मिलियन टन कोयला के डिस्पैच की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

माँड-रायगढ़, कोरबा, कोरिया-रीवा कोलफील्ड्स में हमारी रेल कोरिडोर परियोजनाएँ विकास के नए अवसर गढ़ेंगीं। एसईसीएल की सब्सिडियरी ईस्ट रेल कॉरीडोर के 74 किलोमीटर लम्बे कोरीछापर-धरमजयगढ़ सिंगल लाईन के कमिशनिंग का कार्य इस जून में पूरा हो चुका है तथा ऑपरेशन परमिट भी प्राप्त हुआ है। गेवरा-पेन्ड्रा रोड की 135 किलोमीटर लम्बाई की ईस्ट-वेस्ट रेल कॉरीडोर परियोजना के बड़े निर्माण कार्यों के लिए भी जल्द ही वर्क अवार्ड किया जाना है। एसईसीएल अपने कर्मियों की सुरक्षा तथा शून्य दुर्घटना लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रतिबद्ध है। बड़ी खदानों में कम्पनी ने कुल 3 स्लोप स्टैबलिटी रडार लगाए हैं, जिनसे डम्प एवं ढलान की स्थिरता की निरंतर मॉनिटरिंग की जाती है। भूमिगत खदानों से सुरक्षित उत्पादन के लिए कान्टिन्यूअस माईनर जैसी टेक्नॉलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। सुरक्षा उपकरण जैसे हल्के वजन के एलईडी कैप लेम्प तथा एससीएसआर किट कामगार बन्धुओं को उपलब्ध कराए गए हैं।

’’ना कोरोना’’ पुस्तिका का विमोचन

स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर कम्पनी द्वारा अपने कार्यबल को सुरक्षित रखने तथा सीएसआर के जरिए समाज को प्रदत्त सहयोग आदि गतिविधियों पर केन्द्रित विशेष हिंदी पुस्तिका ’’ना कोरोना’’ का विमोचन मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों द्वारा किया गया।  कोरोना काल में सीएसआर गतिविधियों के जरिए एसईसीएल ने अपने आसपास के समाज तथा प्रशासन को यथासंभव सहयोग प्रदान किया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कम्पनी ने, कोविड अनुकूल व्यवहार को बढ़ावा देते हुए बड़ी संख्या में मास्क एवं सेनेटाईजर वितरित किए ।

संचालन क्षेत्रों में 17 कोविड केयर सेन्टर का संचालन किया गया है जिनमें हल्के व मध्यम श्रेणी के मरीजों के लिए चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध थीं। ध्वजारोहण समारोह पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य सतर्कता अधिकारी बी.पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी (संचालन) एम.के. प्रसाद एवं निदेशक (वित्त सह कार्मिक)  एस.एम. चौधरी, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना)  एस.के. पाल, एसइ्रसीएल संचालन समिति सदस्य  हरिद्वार सिंह उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक  (कार्मिक/प्रशासन)  ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागाध्यक्ष, विभिन्न श्रमसंघ प्रतिनिधि, सीएमओएआई, ऑल इण्डिया एसएसटी ओबीसी कोआर्डिनेशन कौंसिल, कोलइण्डिया एससी-एसटी एम्पालई एसोसिएशन आदि के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।  स्वतंत्रता के 75वें वर्ष तथा आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर एसईसीएल मुख्यालय में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों हेतु ड्राईंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिन्हें मुख्य अतिथि के हाथों  पुरस्कृत किया गया।  

 

 

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