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कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने उतरी सीरम इंस्टीट्यूट निवेशकों से जुटाएगी 1 अरब डॉलर का फंड

दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन मैन्यूफैक्चरर्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया फंड जुटाने के लिए ब्लैकस्टोन और केकेआर के अलावा सोशल वेंचर फंड और परोपकारी संगठनों से बात कर रही है. इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक इन संस्थाओं से वह एक अरब डॉलर तक का फंड जुटा सकती है.

फंड  के इस्तेमाल के लिए बनेगी SPV

कंपनी साइरस पूनावाला की है. उनके बेटे अदर पूनावाला ने कहा है कि वैक्सीन विकसित करने के लिए वह स्पेशल परपज व्हेकिल यानी SPV  बना सकते हैं. वैक्सीन प्रोडक्शन के लिए जो निवेश जुटाया जाएगा वह SPV में ही जाएगा. कंपनी सितंबर में फंड जुटाने का यह अभियान पूरा कर लेगी. अदर पूनावाला ने कहा कि उनकी कंपनी के दुनिया के कई निवेशकों से बातचीत चल रही है. हालांकि इससे ज्यादा उन्होंने ज्यादा और कुछ बताने से इनकार कर दिया. इस बारे में ब्लैकस्टोन और केकआर ने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है.

बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने दिए हैं 15 करोड़ डॉलर

इस महीने की शुरुआत में बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन बनाने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को 15 करोड़ डॉलर की फंडिंग की थी. अमेरिकी फर्म नोवावेक्स को गरीब और मध्य आय वर्ग के देशों के लिए वैक्सीन बनाने के लिए भी फंड दिया गया था. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने हर महीने दस करोड़ डोज बनाने की योजना बनाई है.

ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन के हर महीने 40 करोड़ डोज तैयार किए जाएंगे.इस मामले की जानकारी रखने वालों का कहना है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की फंड जुटाने की कवायद को गोल्डमैन सैक्स, सिटी और एवेंडस समर्थन दे रहा है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने एस्ट्रा-जेनेका के लिए 20 करोड़ डॉलर का निवेश किया है. कंपनी का कहना है कि उसे सरकार से कोई फंड नहीं मिला है और न ही उसके साथ कोई एडवांस परचेजिंग एग्रीमेंट हुआ है.

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