भारतीय वायु सेना का आज 88वां स्थापना दिवस है और इस गौरवशाली दिन पर हिंडन एयरबेस पर एयरफोर्स ने अपनी हवाई ताकत का प्रदर्शन किया. इस फ्लाई पास्ट में ये साफ दिखाई दिया कि आसमानी ताकत में भारत की साख पूरे विश्व में फैलाने वाले हवाई लड़ाकू विमान देश के पास हैं और इनके जरिए भारत किसी भी संकट का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है.
राफेल : आज भारत ने वायुसेना के स्थापना दिवस पर जिन विमानों का प्रदर्शन किया उनमें मुख्य आकर्षण का केंद्र राफेल था जिसे हाल ही में पूरी आन-बान और शान के साथ वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया. इसकी एक झलक ने ही लोगों को इसकी ताकत से परिचित करा दिया और इसके साथ ही इसकी आसमानी गर्जना ने लोगों के दिलों में जोश भर दिया. आज राफेल की उड़ान ने दिखा दिया कि अब इसकी ताकत से दुश्मनों को कितना डरना चाहिए. इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में आज जिन विमानों और एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन किया गया वो तो वायुसेना की शान हैं ही लेकिन इसके अलावा जिन विमानों का जखीरा भारत के पास है यहां पर आपकी उनको झलक मिल पाएगी और आपको पता चल पाएगा कि भारत क्यों विश्व की 5 सबसे बड़ी वायुसेना में शुमार हैं.
मिराज 2000 : मिराज 2000 विमान भारतीय वायुसेना के लिए बैकबोन की तरह हैं और इनका पूरा जखीरा भारत के लिए बहुत बड़ी ताकत है. भारतीय वायुसेना के पास मौजूद 12 मिराज 2000 विमान फोर्थ जैनरेशन मल्टीरोल, सिंगल इंजन लड़ाकू विमान हैं और हमारे पास जो विमान हैं वो एक सीट वाला फाइटर जेट विमान है.
मिग 21 : बाइसन देखने में जितना शार्प है दुश्मनों को धूल चटाने में भी उतना ही तेज है.
मिग 29 : इन विमानों की ताकत के जरिए इंडियन एयरफोर्स को और मजबूती मिलती है और इस समय भारत के पास 66 मिग-29 विमान हैं. चौथी पीढ़ी के ये विमान बेहद फास्ट स्पीड के हैं और एरियल लक्ष्य को भी ट्रैक कर सकते हैं.
सुखोई एसयू 30एमके : सुखोई के एसयू 30 एमकेआई विमान समुद्र की पहरेदारी करने में भी अहम भूमिका निभाता है. ये भी फोर्थ जैनरेशन का विमान है जो 12वीं स्कवाड्रन के तहत आता है.
सुखोई एसयू 30एमके : सुखोई के एसयू 30 एमकेआई विमान समुद्र की पहरेदारी करने में भी अहम भूमिका निभाता है. ये भी फोर्थ जैनरेशन का विमान है जो 12वीं स्कवाड्रन के तहत आता है.
चिनूक हैलीकॉप्टर्स भारतीय वायुसेना के वो स्तंभ बने हैं जो इसको रक्षा के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल साबित करते हैं.
राफेल : अप्रैल 2022 तक 32 राफेल इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में शामिल होंगे और अभी भारत के पास जो राफेल हैं उनमें दो पायलट बैठ सकते हैं. एक मिनट में ये विमान 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जाने में सक्षम है.