Close

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद गुस्से से लाल हुए पप्पू यादव, लॉरेंस बिश्नोई गैंग को दिया चैलेंज; पोस्ट से मचा बवाल

Advertisement Carousel

पूर्णिया। महाराष्ट्र में राजनेता सह उद्योगपति बाबा सिद्दिकी की हत्या पर एक बार फिर गुजरात की जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई चर्चा में है। इधर इस घटना के बाद पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट कर फिलहाल खूब सूर्खियों में है।



इस पोस्ट में उन्होंने यह भी कहा है कि अगर कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा। इससे पूर्व सुरक्षा को लेकर उन्होंने सरकार पर भी करारा प्रहार किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा है कि यह देश है या हिजड़ों की फौज।

एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती दे लोगों को मार रहा- पप्पू यादव
उन्होंने कहा कि एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती दे लोगों को मार रहा है, सब मूकदर्शक बने हैं। कभी मूसेवाला, कभी करणी सेना के मुखिया, अब एक उद्योगपति राजनेता को मरवा डाला। कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लॉरेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा।

पप्पू यादव के पोस्ट से बवाल मचा है। भाजपा ने भी उनके इस पोस्ट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई का आतंक फिलहाल सिर चढ़कर बोल रहा है। बड़े-बड़े नेता तक उसके खिलाफ बोलने से परहेज करते हैं। इधर सांसद पप्पू यादव ने इस पोस्ट के जरिए उसके खिलाफ जमकर आग उगला है।

गांव में पसरा सन्नाटा
बालीवुड अभिनेता सलमान खान के करीबी व पूर्व मंत्री तथा वर्तमान में राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता बाबा जैमुन सिद्दीकी उर्फ बाबा सिद्दीकी की अपराधियों ने मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव गोपालगंज जिले के मांझागढ़ थाना क्षेत्र के शेख टोली गांव में सन्नाटा पसर गया है।

 

घटना से उनके स्वजन व रिश्तेदार काफी मर्माहत हैं। घटना की खबर मिलने के बाद स्वजन महाराष्ट्र के लिए घर से रवाना हो गए हैं। बाबा सिद्दिकी की मौत के बाद गांव के लोगों में दुख है। लोगों की माने तो वह जब भी गांव आए केवल विकास की बात कहीं।

बाबा सिद्दीकी को अपने पैतृक गांव की मिट्टी से था लगाव
बाबा सिद्दीकी को अपने पैतृक गांव की मिट्टी से काफी लगाव था। जब भी वे अपने पैतृक गांव आते थे, अपने रिश्तेदारों व गांव के लोगों से मिलते जुलते थे। उनका हाल चाल पूछते थे। साथ ही किसी तरह की गांव के लोगों की परेशानी होने पर हमेशा दूर करने की कोशिश करते थे।

बाबा सिद्दीकी के भतीजे महमद गुफरान ने बताया कि उनका गांव से काफी लगाव रहता था। वह हमेशा गांव के बारे में बातचीत करते थे। उनका उद्देश्य हमेशा लोगों की सहायता करना तथा असहाय को मदद करना था। महाराष्ट्र में रहकर भी उनका हमेशा गोपालगंज आना जाना लगा रहता था।

उन्होंने बिहार के गरीब बच्चों के लिए अपने पिता अब्दुल रहीम मेमोरियल ट्रस्ट के माध्यम से मुफ्त कंप्यूटर की शिक्षा के लिए बिहार में 40 संस्थान चला रहे हैं। अकेले गोपालगंज जिले में दो तथा मांझा में एक संस्थान चल रहा है।

एक अप्रैल 2022 को माधव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मांझा में अब्दुल रहीम मेमोरियल ट्रस्ट के माध्यम से जिले के मैट्रिक एवं इंटर के टापर्स को एक कार्यक्रम आयोजित कर सभी टापर्स को दस हजार रुपये नगद तथा कलम किताब व बैग देकर सम्मानित किया था।

 

scroll to top