मेरठ। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उत्तर प्रदेश के 1500 थानों में बने महिला हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि अब महिलाएं निःसंकोच थानों में जाकर महिला पुलिस अधिकारियों से अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में आयोजित समारोह के जरिए प्रदेश के सभी थानों में वर्चुअली इस डेस्क का शुभारंभ किया. इससे पहले थाने में महिला हेल्प डेस्क नहीं होता था. साथ ही शिकायत दर्ज करवाने गई पीड़िताओं से पुरुष पुलिस कर्मियों की दुर्व्यवहार की ख़बरें भी सामने आती थीं. अब महिला हेल्प डेस्क के जरिए पीड़ित महिला निःसंकोच थाने में जा सकती है.
बता दें कि महिला हेल्प डेस्क को काफी हाईटेक बनाया गया है. यहां पर साइबर एक्सपर्ट से लेकर के सभी तकनीकी जानकार मौजूद होंगे. महिलाओं के साथ चाहे साइबर अपराध हो या फिर अन्य किस्म का अपराध, सभी का निवारण तत्काल इस महिला हेल्प डेस्क के जरिए किया जाएगाा.
हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि महिला हेल्प डेस्क से महिलाओं को काफी ज्यादा राहत मिलेगी. एक शांत और सुरक्षित माहौल में महिलाएं अपनी बात को पुलिस अधिकारियों के सामने रख सकती हैं. जिससे तत्काल उनकी शिकायतों का निवारण होगा ताकि वो अपने आपको असहाय या असुरक्षित महसूस न करें.
‘मिशन शक्ति’ के तहत बनाई गई महिला हेल्प डेस्क को लेकर महिलाएं काफी ज्यादा खुश नजर आ रही हैं. एबीपी गंगा ने महिलाओं से खास बातचीत की और जानने की कोशिश की कि आखिरकार महिलाएं ‘मिशन शक्ति’ को किस नजरिए से देखती हैं. क्या अब उन्हें लगता है कि वह सरकार की महिला सुरक्षा को लेकर जो कदम उठा रही है, उससे महिलायें सुरक्षित महसूस करेंगी. जिस पर कई महिलाओं ने खुशी जताई तो कई महिलाओं का कहना था कि वक्त के साथ ही डेस्क की उपयोगिता और महत्व का पता लगेगा.
उत्तर प्रदेश सरकार की इस पहल को महिलाएं सकारात्मक नजरिए से देख रही हैं. उनका मानना है कि पहली बार किसी सरकार ने महिलाओं के बारे में इतना सोचा है और उनको सुरक्षा देने के लिए हर संभव प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है पीड़ित महिलाएं थाने और पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगा लगा कर थक जाती हैं लेकिन सुनवाई नहीं होती. महिलाओं ने कहा कि अब उन्हें भरोसा होने लगा है कि वे अब सुरक्षित हैं.