देश में अगले साल यानि 2022 में 7 राज्यों के विधानसभा चुनाव (Elections) होने हैं. ऐसे में राज्यों ने अभी से अपने वोटरों को लुभाने के लिए पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) पर उनकी तरफ से लगाए जाने वाले टैक्सों (TAX) में कटौती का बड़ा ऐलान करने पर विचार शुरू कर दिया है.
इस बारे में दो राज्यों की तैयारी खुलकर सामने आ चुकी है. खास बात ये है कि ये दोनों राज्य बीजेपी शासित हैं. इनमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते ही संकेत दे दिए थे कि वो इस पर सेस और सेल्स टैक्स घटाने पर विचार कर रहे हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वित्त विभाग की बैठक बुलाकर इस पर चर्चा की है.
चुनावी राज्य घटा सकते हैं वैट
अगले साल की शरुआत में ही उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर, और गोवा में मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. ऐसे में माना जा रहा है तमाम बीजेपी शासित राज्य पहले से ही अपने राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दाम घटाकर वोटरों के बीच एक कदम आगे रहना चाहते हैं.
चुनावी फायदे के लिये टैक्स का बोझ
केंद्र सरकार पहले ही तर्क दे चुकी है कि राज्यों को इन चीजों के ऊपर से टैक्स का बोझ घटाना शुरू करना चाहिए. ऐसे में इस बात की भी पूरी संभावना है कि चुनावी फायदा उठाने के लिए वो भी अपने शासित राज्यों में दाम घटने के बाद केंद्र के टैक्स भी कम कर दे.
5 राज्यों के चुनावों के बाद देश में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं.
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