पेमेंट ऐप पेटीएम एमएसएमई के लिए अपने लोन को बढ़ा कर 1000 करोड़ रुपये करेगा. पिछले वित्त वर्ष के दौरान उसने एमएसएमई को लोन देने के लिए 550 करोड़ रुपये निर्धारित किए थे. कंपनी ने कोलेट्र्ल फ्री लोन की सीमा बढ़ा कर पांच लाख रुपये कर दिया है. इस पर कम ब्याज दर वसूला जा रहा है. कंपनी ने कहा है कि वह अपने कोलेटरल फ्री लोन के जरिये किराना स्टोर और छोटे कारोबारियों को मदद कर रहा है. जिन लोगों को पारंपरिक बैंकिंग सेक्टर कर्ज नहीं दे रहा है उन्हें कंपनी कर्ज मुहैया करा रही है.
पेटीएम ने वित्त वर्ष 2019-20 में MSMEs को कर्ज के रूप में 550 करोड़ रुपये मुहैया कराई थी. लेकिन इस साल कंपनी ने अब इस रकम को बढ़ाकर एक हजार करोड़ रुपये कर दिया है. मर्चेंट लेंडिंग के क्षेत्र में पेटीएम की कंपीटिटर गूगल पे फोन पे भी उतरी हैं, ये कई कई लाइसेंसी बैंकों और एनबीएफसी के साथ मिलकर छोटे कारोबारियों को लोन दे रही हैं. पेटीएम लैंडिंग के सीईओ भावेश गुप्ता ने कहा कि कंपनी बिना किसी गारंटी के कोई भी चीज गिरवी रखे बिना (कोलेटरल फ्री), छोटे व्यापारियों और एमएसएमई को को 5 लाख रुपये तक का इंस्टेंट लोन बेहद कम इंटरेस्ट रेट पर देगी.
ऐप का अलोगरिदम यह फैसला करेगी कि कौन लोन के पात्र और और कौन हीं. इस ऐप का अलगोरिदम मर्चेंट की ओर से पेटीएम पर डेली किए गए सेटलमेंट के आधार पर यह फैसला करता है कि लोन व्यक्ति कर्ज चुकाने में सक्षम है या नहीं. वित्त वर्ष 2019-20 में पेटीएम ने एक लाख से अधिक छोटे व्यापारियों और एमएसएमई को550 करोड़ रुपये का लोन दिया था. पेटीएम लैंडिंग के के सीईओ ने कहा कि लोन के लिए आवेदन करने से लेकर लोन देने तक की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल है और इसके लिए किसी अतिरिक्त डॉक्यूमेंट की जरूरत नहीं है.