रायपुर, 12 नवम्बर 2021/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके नई दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में आयोजित कार्यक्रम में कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति श्री बल्देवभाई शर्मा जी की जीवनगाथा और पत्रकारिता पर आधारित पुस्तक ‘मानुष जनम अमोल’ का विमोचन किया। उन्होंने श्री बल्देवभाई शर्मा जी और पुस्तक के लेखक श्री राम सुंदर कुमार जी को भी शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि श्री बल्देवभाई शर्मा जी मूल्यनिष्ठ और राष्ट्रवादी पत्रकारिता के संवाहक रहे हैं। उन्होंने अपना जीवन अपना जीवन समाज और राष्ट्रवादी विचारों के प्रति समर्पित कर दिया। नई पीढ़ी को समाज के ऐसे प्रबुद्धजनों से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी थे तथा अध्यक्षता राज्यपाल सुश्री उइके ने की।
राज्यपाल ने कहा कि श्री बल्देवभाई शर्मा वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार रहे हैं। राज्यपाल ने वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक श्री माणिकचंद वाजपेयी को नमन किया और कहा कि श्री बल्देवभाई जी को श्री वाजपेयी जी का सान्निध्य प्राप्त हुआ। श्री वाजपेयी जी का जीवन समाज के लिए अनुकरणीय रहा है। यह खुशी की बात है कि पत्रकारिता के लिए श्री वाजपेयी जी के नाम से दिये जाने वाला राष्ट्रीय पुरस्कार श्री बल्देव भाई शर्मा जी को प्राप्त हुआ है।
राज्यपाल ने पत्रकारिता के विकास और विभिन्न चरणों की चर्चा करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के पहले और काफी समय पहले पत्रकारिता एक मिशन हुआ करता था, परन्तु समय के साथ पत्रकारिता को कई परिवर्तनों से गुजरना पड़ा। हम पहले पुराने तकनीक पर आधारित थे परन्तु एक समय था जब पुराने तकनीक पर आधारित प्रेस और टेलीप्रिंटर जैसे उपकरणों पर आश्रित थे, लेकिन तकनीकी क्रांति आई और उनकी जगह कम्प्यूटर और ईमेल ने ले लिया। आज इतनी प्रगति हो गई कि देर रात तक घटित घटना भी दो तीन घंटों में छपकर सुबह पढ़ने को मिल जाती है। आज मीडिया के समक्ष समय, तकनीक, व्यवसायिकता और विश्वसनीयता जैसे अनेक चुनौतियां हैं। इन चुनौतियों के बीच अपने मूल्यों पर कायम रहने की आवश्यकता बताई तथा उन्होंने नई पीढ़ियों से आग्रह किया कि वे हमेशा राष्ट्रहित में लिखें और समाज को नई दिशा प्रदान करें।
इस अवसर पर संत श्री पवन सिन्हा, भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रोफेसर श्री संजय द्विवेदी उपस्थित थे।