गेवरा। सीएमडी एसईसीएल डॉ प्रेम सागर मिश्रा ने आज गेवरा व कुसमुंडा में प्रस्तावित एफ़एमसी परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की । वे स्वयं ग्राउंड ज़ीरो तक पहुँचे एवं चल रही गतिविधियों का जायज़ा लिया । उन्होंने तेज़ी से कार्यान्वयन पूरा करने का भी निर्देश दिया । कोयला डिस्पैच व ओबीआर में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त की है। एक दिन में एक मिलियन क्यूबिक मीटर ओबीआर . एसईसीएल की स्थापना से आज तक तक इतना ओबीआर एक दिन में कभी नहीं निकाला गया था।
# 5,22,370 Te कोयले का प्रेषण किया गया जो कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक सर्वाधिक दैनिक डिस्पैच है।विदित हो कि फ़र्स्ट माईल कनेक्टिविटी(एफ़एमसी) परियोजनाओं के तहत गेवरा एरिया में लगभग 800 करोड़ रुपए की लागत से रैपिड लोडिंग सिस्टम (आरएलएस) (क्षमता 20 एमटीवाय) व साईलो 5 एवं 6 (क्षमता 30 एमटीवाय) का विकास किया जा रहा है । एफ़एमसी के अंतर्गत कुसमुंडा क्षेत्र में सीएचपी फ़ेस-1 एवं फ़ेस-2 की कमिशनिंग हो चुकी है वहीं सेंट्रल इनपिट कन्वेयर सिस्टम पर काम जारी है । एफ़एमसी परियोजनाएँ कोयला परिवहन की अत्याधुनिक संकल्पना पर आधारित हैं तथा बेहद ईको-फ़्रेंड्ली हैं। मेगा परियोजनाओं के दौरे पर सीएमडी एसईसीएल के साथ निदेशक तकनीकी संचालन एस के पाल की उपस्थिति रही । गेवरा महाप्रबंधक एस के मोहंती व कुसमुंडा महाप्रबंधक संजय मिश्रा सीएमडी सर के दौरे के समय साथ रहे ।