सांस की बदबू कोई बड़ी समस्या नहीं है, मगर ये आपके व्यक्तित्व को जरूर प्रभावित करती है. उसके चलते लोगों को शर्मिंदगी उठानी पड़ती है. कुल्ली करने से अस्थायी तौर पर समस्या से छुटकारा पाना संभव है, मगर ये काम हर जगह नहीं किया जा सकता. अगर आप भी सांस में बदबू की समस्या से ग्रसित हैं, तो आपके लिए चंद नुस्खे मुफीद साबित होंगे.
पानी: आप पहले ही जानते हैं कि पानी पीना फायदेमंद है. पानी आपको हाइड्रेटेड रखता है, दिमाग के स्वास्थ्य को बढ़ाने से लेकर स्किन की लोच को सुधारने तक. लेकिन ये सांस के लिए प्राकृतिक फ्रेशनर का भी काम करता है. मुंह की नमी बरकरार रहने से जुबान पर भोजन के अंश और मृत कोशिकाएं भी इकट्ठा नहीं होंगी. ये मुंह में बैक्टीरिया की वृद्धि को भी रोकेगा.
दही: दही में मौजूद बैक्टीरिया पाचन तंत्र की मदद करता है, विशेषकर दूध से बने प्रोडक्ट्स को पचाने में. उससे पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और सांस की बदबू के मुद्दे कम होने की संभावना रहती है. दही में प्रोबायोटिक्स पाया जाता है और ये अच्छे बैक्टीरिया होते हैं, जो आपके मुंह में खराब बैक्टीरिया की संख्या को अच्छे बैक्टीरिया में बदलने का काम करते हैं. अच्छे बैक्टीरिया की स्वस्थ संख्या स्वाभाविक रूप से आपकी सांस को ताजा करेगी.
दूध: दही के साथ दूध भी सांस की बदबू से लड़ने में मदद कर सकता है. हमें दूध में मौजूद फैट और पानी का सांस को ताजगी देने की क्षमता के लिए आभारी होना चाहिए, खासकर मुंह में जब प्यास या लहसुन की बदबू जिम्मेदार हो. सांस की बदबू दूर करने के अलावा, दूध के आश्चर्यजनक लाभी भी हैं.
ग्रीन टी: रिसर्च से साबित हुआ है कि ग्रीन में मौजूद पॉलीफिनोल प्राकृतिक रूप से सांस को ताजा करने में मदद करता है. इस सच्चाई के अलावा ये दांत में सड़न को रोकने, खास प्रकार के मुंह के कैंसर से लड़ने और वजन में कमी के प्रयास को बढ़ाने में भी भूमिका अदा कर सकता है. ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स सांस की बदबू के जिम्मेदार बैक्टीरिया से लड़ाई में भी मदद करते हैं.
सेब: अगर आप लहसुन खाना पसंद करते हैं, तो अपनी सांस को सुखद बनाए रखने के लिए एक सेब खाएं. ये लहसुन से सांस में पैदा होनेवाली बदबू का मुकाबला करता है. रिसर्च में बताया गया है कि जिन लोगों ने सेब खाया, उनकी सांस की बदबू 30 मिनट के अंदर स्पष्ट तौर से कम हो गई.