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रायपुर आर्च डायसिस हो गई 50 बरस की , सेवाओं का स्मरण करने स्वर्ण जयंती समारोह कल

० सीएम, बृजमोहन, इटली व देशभर से शामिल होंगे कार्डिनल, आर्च बिशप व बिशप
रायपुर। रायपुर कैथोलिक आर्च डायसिस 8 फरवरी को पचास बरस की हो जाएगी। इस मौके पर धार्मिक समारोह अमलीडीह में सेंट टेरेसा चर्च परिसर में सुबह दस बजे से होगा। रायपुर के विकार जनरल फादर सेबेस्टियन पी. ने बताया कि परिच्यात्मक संबोधन के बाद प्रेयर सांग से स्वर्ण जयंती समारोह की शुरूआत होगी। इस मौके पर मुख्य अतिथि वैटिकन के भारत में राजदूत महामहिम लियोपोलोदो जिरेल्ली होंगे। वे इंडिया व नेपाल के राजदूत हैं। अति विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे।

विशिष्ट अतिथि हैदराबाद के महामहिम कार्डिनल एंथोनी पुला, आर्च बिशप अनिल कुटो दिल्ली, आर्च बिशप भोपाल एएएस दुरईराज, कोलकाता के आर्च बिशप थॉमस डिसूजा, आगरा के आर्च बिशप रॉफी मंजिली, पटना के आर्च बिशप सेबेस्टियन कल्लपुरा व नागपुर के आर्च बिशप एलियास गॉनसालवेज होंगे। श्री कुटो कांफ्रेंस आफ कैथोलिक बिशप इन इंडिया के महासचिव भी हैं। छत्तीसगढ़ के आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर, आर्च बिशप जोसफ ऑगस्टिन, विधायक व पूर्वमंत्री बृजमोहन अग्रवाल विशिष्ट अतिथि होंगे। उद्घाटन भाषण सीएम बघेल देंगे। वे स्मारिका का विमोचन भी करेंगे। अतिथियों को इस मौके पर स्मृतिचिन्ह भी दिए जाएंगे। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। बाद में सेंट जोसफ महागिरजाघर में भी कार्यक्रम होंगे।

 सेवा का गौरवशाली इतिहास 
रायपुर धर्म प्रांत जो आज छत्तीसगढ़ का महाधर्म प्रांत है इसकी स्थापना 5 जुलाई 1973 को हुई थी। इसके पहले यह नागपुर महा धर्मप्रांत का हिस्सा था। इसे संत पिता पौलुस छठवें ने 28 जुलाई 1964 को एक अलग प्रेरितिक प्रांत के रूप में स्थापित किया। पलोटी धर्म समाज के पुरोहित श्रद्धेय फादर जॉन वाइडनर को इसका प्रथम प्रेरितिक धर्माधिकारी नियुक्त किया। किंतु दुर्भाग्यवश 17 अगस्त 1974 को उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद वेरनेर हॉल्ड को रायपुर धर्म प्रांत का अपास्टालिक एडमिनिस्ट्रेटर बनाया गया। वे 1983 तक कार्यरत रहे। रायपुर महा धर्म प्रांत में प्रथम बिशप डॉ. फिलिप एक्का 6 जनवरी 1985 को अंबिकापुर डायसिस से स्थानांतरित होकर यहां आए। 15 फवरी 1991 को उन्होंने अस्वस्थता की वजह से त्यागपत्र दे दिया।

7 फरवरी 1993 को बिशप जोसफ ऑगस्टिन की नियुक्ति दूसरे बिशप के रूप में हुई। उनके कार्यकाल में 18 मार्च 2004 को रायपुर डायसिस को मेट्रोपॉलिटन आर्च डायसिस का दर्जा प्राप्त हुआ।वे पहले आर्च बिशप भी बने। उन्होंने 6 जून 2013 तक सेवाएं दीं। तब से आर्च बिशप डॉ. विक्टर हैनरी ठाकुर रायपुर महा धर्मप्रांत संभाल रहे हैं। उन्होंने 19 सितंबर 2013 को चार्ज लिया। स्वर्ण जयंती वर्ष जुलाई 2023 तक चलेगा। रायपुर आर्च डायसिस के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर, जशपुर, रायगढ़ व जगदलपुर डायसिसें भी सेवारत हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य व सेवा के क्षेत्र में कैथोलिक समाज ने अग्रणी भूमिका निभाई है। आपदाओं में सरकार के साथ मिलकर देश के प्रति अपने कर्तव्यों को भी निभाया है।

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