पानीपत। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हरियाणा की समालखा (पानीपत) में प्रारंभ हो चुकी है, यह बैठक वर्ष में एक बार होती है.इस बैठक में देश भर से 1,400 लोगों को पात्रता है, बैठक में भाग लेने के लिए, छत्तीसगढ़ प्रांत से 32 सदस्य भाग लेने के लिए समालखा पहुंच चुके हैं, जिसमें प्रांत प्रचारक प्रेम सिंह सिदार और प्रांत संघचालक डॉ पूर्णेन्दु सक्सेना भी शामिल है.
अनुषांगिक संगठन भी आमंत्रित
इस बैठक में आरएसएस के 34 अनुषांगिक संगठनों के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है, भाजपा की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष भाग ले रहे हैं.
चुनाव पर मंथन
सूत्रों के अनुसार संघ की अपने कार्य रचना के अनुरूप अन्य विषय पर भी जिसमें खासकर 2023 में होने वाले छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 में हरियाणा विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव के बारे में भी मंथन किया जाएगा, उपरोक्त राज्यों और लोकसभा चुनाव के पहले यह अंतिम बैठक है.
शताब्दी वर्ष के लिए चर्चा
इस बैठक में 2025 में संघ की स्थापना दिवस 100 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं उस पर भी चर्चा होगी.2023-24 वर्ष के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य योजना के बारे में भी निर्णय लिया जावेगा.
2024 के आमचुनाव के पूर्व अंतिम बैठक
विधानसभा और लोकसभा चुनाव के पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यह अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि इसके बाद उपरोक्त चुनाव संपन्न हो जाएंगे, इसमें बारीकी से चुनाव के बारे में आचरण करते हुए पुनः केंद्र में भाजपा की सरकार बनाने हैं के बारे में गंभीर रणनीति तय की जाएगी.
जारी होंगे दिशा निर्देश
सूत्र यह बता रहे हैं कि इस प्रतिनिधि सभा की बैठक के बाद और इस में लिए गए निर्णय के बाद और भाजपा संगठन को आंतरिक रूप से दिए गए दिशा निर्देश को अमलीजामा पहनाने के लिए बहुत जल्द भाजपा राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक भी आमंत्रित की जाएगी, जिसमें इस बैठक में लिए गए निर्णय को शक्ति केंद्र और मतदान केंद्र तक पहुंचाने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय और प्रांतीय नेताओं को दिशा निर्देश दिया जा सकता है.
समन्वय समिति में हो सकता है बदलाव
विश्वसनीय सूत्र यह बता रहे हैं कि संघ और भाजपा के बीच कोआर्डिनेशन करने वाले कुछ धड़ों में बदलाव हो सकता है, इसके साथ ही संघ के पदाधिकारियों में भी बदलाव होने की संभावना बताई जा रही है।