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नए साल में नामीबियाई चीता आशा ने दी खुशखबरी, कूनो में तीन शावकों को दिया जन्म,गूंजी म्याऊं-म्याऊं… की आवाज

श्योपुर। भारत की धरती पर दूसरी बार चीता के शावकों का जन्म हुआ है। नए साल में कूनो नेशनल पार्क से अच्छी खबर आई है। नामीबिया से आई चीता आशा ने तीन शावकों को कूनो जंगल में जन्म दिया है। तीनों शावक अभी स्वस्थ हैं। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने शावकों के वीडियो शेयर किए हैं। वीडियो में तीनों स्वस्थ दिख रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने एक्स पर लिखा है कि यह बताते हुए हमें खुशी हो रही है कि कूनो नेशनल पार्क ने तीन नए सदस्यों का स्वागत किया है। नामीबियाई चीता आशा ने शावकों को जन्म दिया है। यह पीएम नरेंद्र मोदी परिकल्पित प्रोजेक्ट चीता की जबरदस्त सफलता है। उन्होंने आगे लिखा कि परियोजना में शामिल सभी विशेषज्ञों और कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों को मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई.

दरअसल, कूनो जंगल में इससे पहले 24 मार्च 2023 को मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से तीन शावकों की मौत हो गई थी। चार में से एक शावक जीवित है और कूनो में बड़ा हो रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर सबसे पहले 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीते छोड़े गए थे। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते कूनो जंगल में लाकर छोड़े गए थे। कूनो जंगल में कुल 20 चीते लाए गए थे, इनमें से छह चीतों की मौत हो गई है। कूनो जंगल में अभी कुल 14 बड़े चीते बचे हुए हैं और एक शावक है। वहीं, तीन नए शावकों के जन्म के बाद कूनो में चीतों का कूनबा बढ़ गया है।

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