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‘दूरदर्शन से चर्चा में’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा- सुशासन के लिए मोदी की गारंटी पर कर रहे काम

० युवाओं के लिए अवसर बढ़ाने ब्लाकवार आईटीआई आरंभ करने और नये ट्रेड आरंभ करने करेंगे काम

० खेलों को बढ़ाने करेंगे काम, पहाड़ी कोरवा अच्छी तीरंदाजी करते हैं वहां आर्चरी एकेडमी बनाने करेंगे काम

० वर्ष 2047 तक 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था के मोदी जी के विजन में योगदान देने छत्तीसगढ़ में औद्योगिक कृषि परिदृश्य को करेंगे बेहतर

रायपुर।प्रादेशिक समाचार एकांश दूरदर्शन केंद्र रायपुर के कार्यक्रम चर्चा में के अंतर्गत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य सरकार की प्राथमिकताओं के संबंध में चर्चा की। साक्षात्कार के दौरान सुशासन पर प्रदेश में हो रहे काम के संबंध में मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के दूसरे ही दिन पहले कैबिनेट में 18 लाख लोगों के लिए आवास बनाने का निर्णय लिया। 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के दिन अटल जी की जयंती के अवसर पर 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल का बोनस दिया। आदिवासियों के लिए प्राथमिकताएं भी मुख्यमंत्री ने बताईं। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने आदिम जाति कल्याण मंत्रालय का गठन किया। इस मंत्रालय को पर्याप्त बजट दिया ताकि आदिवासी क्षेत्रों का बेहतर विकास हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी की गारंटी के अंतर्गत महतारी वंदन योजना हम लाये हैं एक साल में हम इसके अंतर्गत 12 हजार रुपए देंगे। इसके लिए तीन दिनों के विधानसभा सत्र में अनुपूरक बजट में धन की व्यवस्था कर ली गई है। जल्द ही यह योजना लागू हो जाएगी।

सार्वजनिक जीवन में कैसे आये। इस प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने बताया कि आजादी के बाद सीपी बरार राज्य का गठन हुआ था जिसकी राजधानी नागपुर में थी। इस समय हमारे दादा मनोनीत विधायक थे। बड़े पिता जी भी तपकरा से विधायक रहे। परिवार के एक सदस्य श्री नरहरि प्रसाद साय, श्री मोरारजी देसाई सरकार में केंद्रीय संचार राज्य मंत्री रहे।

दस साल के थे तो पिता जी का साया उठ गया। उस समय नहीं सोचा था कि सार्वजनिक जीवन में आयेंगे। यह जरूर सोचा था कि अच्छे किसान बनेंगे। स्वर्गीय  दिलीप सिंह जूदेव जी से काफी मार्गदर्शन लिया। वे आदर्श थे। उन्हें 25 बरसों में कभी नाराज होते नहीं देखा, मैंने उनसे विनम्रता का गुण सीखा है। बालकृष्ण शर्मा भी मेरे आदर्श रहे, लोग उन्हें देवकी महाराज के नाम से जानते थे। वे स्वर्गीय श्री जूदेव जी के गुरु रहे।

युवाओं के लिए आप क्या करने जा रहे हैं। इस प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा देश युवाओं का देश है। जब मैं सांसद था तब पहली बार भारत सरकार में कौशल विकास मंत्रालय का गठन हुआ और युवाओं के कौशल विकास का काम शुरू हुआ ताकि युवाओं के लिए नये अवसर पैदा हो सके। ब्लाकवार आईटीआई को मजबूत करेंगे और नये ट्रेड शुरू करेंगे। मोदी की गारंटी के अंतर्गत हमने कहा है कि एक लाख पदों पर भर्ती करेंगे। पीएससी 2021 की परीक्षा की जांच का निर्णय लिया गया है।

बीते वर्षों में लाई गई योजनाओं की समीक्षा की जाएगी। यदि ये योजनाएं छत्तीसगढ़ के हित में हों तो इन्हें बढ़ाएंगे। जशपुर को सुंदर बनाने के लिए क्या योजना है इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां पर पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं हैं। यहां ऐसे जंगल है कि भीतर सूरज की रौशनी नहीं पहुंच पाती, बहुत अच्छे जलप्रपात है। इसके लिए हमने कलेक्टर जशपुर को निर्देशित किया है कि जशपुर में पर्यटन संबंधित अन्य गतिविधियों के विकास के लिए रोडमैप तैयार करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का निर्माण पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने यहां के सर्वांगीण विकास के लिए किया है। आज ही हमने राज्य योजना आयोग की बैठक ली है। इसमें हमने प्रदेश के संतुलित विकास के लिए योजनाएं बनाने का निर्णय लिया है। आदिवासी क्षेत्रों में हम आईटीआई बढ़ाएंगे। यहां मत्स्यपालन बढ़ाएंगे। वनोपज संवर्धन के अवसर बढ़ाएंगे, इस पर आज विस्तार से चर्चा योजना आयोग की बैठक में हुई है। हमारी मंत्रिमंडल की टीम बहुत अच्छी बनी है और इस टीम के माध्यम से हम प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाएंगे।

खेलकूद को लेकर अपनी सोच बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में अपार संभावनाएं हैं। भारत सरकार की खेलो इंडिया योजना इसके लिए बहुत महत्वपूर्ण कार्य करती है। हमारे यहां बहुत अच्छा स्टेडियम है। कल सौरव गांगुली आये थे, उन्होंने भी इसकी बहुत तारीफ की। पहाड़ी कोरवा तीरंदाजी बहुत अच्छा करते हैं। यहां आर्चरी एकेडमी बनाने की दिशा में काम करेंगे। उद्योग जगत के बारे में अपनी सोच बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यहां खनिज संसाधन बहुत हैं। इसके दोहन के माध्यम से छत्तीसगढ़ के औद्योगिक परिदृश्य को बेहतर करने की दिशा में काम करेंगे। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री की सोच है कि देश की अर्थव्यवस्था 2047 तक पांच ट्रिलियन तक हो जाए। इसके लिए छत्तीसगढ़ भी बहुत तेजी से काम करेगा।

 

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