0 झारखंड के हजारीबाग से हुई गिरफ्तारी
कोरबा। आरकेटीसी कंपनी के कार्यालय में फायरिंग करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के चार माह बाद पुलिस को इस मामले में सफलता मिली है। आरकेटीसी कंपनी द्वारा रंगदारी टैक्स नहीं देने के कारण घटना घटी थी। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक पिस्टल,कारतूस सहित 25 हजार रुपये बरामद किए है।
सीएसईबी चौकी अंतर्गत टीपी नगर में संचालित आरकेटीसी कंपनी के कार्यालय में फायरिंग करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। दोनों आरोपियों को पुलिस झारखंड से गिरफ्तार करके लाई है,जो अमन साहू गैंस से वास्ता रखते है। बताया जा रहा है,कि झारखंड में मौजूद आम्रपाली शिवपुर कोल साईडिंग से कोल खनन के लिए रंगदारी टैक्स की मांग की जा रही थी,जिसे देने से कंपनी के संचालक ने मना कर दिया था यही वजह है,कि 30 सितंबर की शाम बाइक सवार दो लोगों नें कंपनी के कार्यालय में फायरिंग कर संचालक के मन में भय पैदा करने का प्रयास किया गया है और उसी दिन इंटरनेशनल नंबर से फोन कर रंगदारी टैक्स की मांग की है।
घटना सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और करीब चार महिने तक आरोपियों की तलाश करती रही। इस बीच एक संदिग्ध मोबाईल नंबर के आधार पर फायरिंग करने वाला मुख्य आरोपी नितेश शील उर्फ मेजर सिंह और अभिनव तिवारी उर्फ सुषांत तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के पास से पुलिस ने 25 हजार रुपए नकदी रकम और एक पिस्टल बरामद किया गया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस द्वारा जरुरी कार्रवाई की जा रही है।
कोल कंपनी के कार्यालय में फायरिंग करने वाला मुख्य आरोपी धर्मजयगढ़ का निवासी है,जिसकी पहचान गैंग के एक सदस्य से दिल्ली में हुई थी उसी ने कंपनी में फायरिंग करने की सुपारी नितेश को दी थी। सुपारी की रकम देने के दौरान आरोपी पुलिस की पकड़ में आए। फिलहाल आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल दाखिल कर दिया गया है।मुख्य आरोपी नितेश ने फायरिंग करने के लिए 1 लाख 50 हजार में सुपारी लिया था। और सफलतापूर्वक फायरिंग करने के बाद गैंगस्टर ग्रुप में उन्हें इस घटना के बाद अलग से नाम भी दिया था।