नेशनल पेंशन स्कीम यानी NPS रिटर्न के मामले में सभी सेविंग्स इंस्ट्रूमेंट्स से बेहतरीन प्रदर्शन करता दिख रहा है. एनपीएस से जुड़े फंड का प्रबंधन करने वाले सभी फंड मैनेजर्स ने पिछले एक साल के दौरान शानदार रिटर्न दिया है. इक्विटी और डेट इनवेस्टमेंट, दोनों ने अच्छा रिटर्न दिया है. एनपीएस के टियर 1 और टियर 2 अकाउंट, दोनों ने बढ़िया रिटर्न दिया है. शेयर मार्केट में तेजी की वजह से रिटर्न 22 फीसदी तक पहुंच चुका है.
पिछले एक साल के दौरान एचडीएफसी फंड के टियर 1 अकाउंट ने 21.77 फीसदी रिटर्न दिया है. इसके बाद सबसे ज्यादा रिटर्न प्रुडेंशियल पेंशन फंड ने दिया है. इस फंड का रिटर्न 20.50 फीसदी रहा है. वहीं एआईसी पेंशन फंड का रिटर्न 17.96 फीसदी रहा है. यूं तो रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए एनपीएस में निवेश की सलाह दी जाती है. लेकिन यह बचत से ज्यादा एक निवेश इंस्ट्रूमेंट की तरह काम करता है. दरअसल एनपीएस से जुड़े फंड का प्रबंधन म्यूचुअल फंड की तरह कुशल मैनेजर करते हैं. यही वजह है कि इक्विटी और डेट फंड में फंड का अच्छी तरह आवंटन कर वे निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न सुनिश्चित करते हैं.
एनपीएस फंड शेयरों, कॉरपोरेट डिबेंचर, सरकारी बॉन्ड जैसे निवेश इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं. सब्सक्राइवर के पास इक्विटी और दूसरे इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश का विकल्प होता है. इसमें अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से इक्विटी में निवेश की सीमा होती है. सब्सक्राइबर रिटायरमेंट के बाद एनपीएस के टियर 1 अकाउंट से पैसा निकाल सकते हैं. हालांकि इसमें से 60 फीसदी अमाउंट एकमुश्त निकाला जा सकता है. यह राशि टैक्स फ्री है. बाकी एन्यूटी के तौर पर आपको मासिक पेंशन के तौर पर मिलता है. एनपीएस के टियर-2 अकाउंट से विड्ऱॉल पर कोई पाबंदी नहीं है.