राजनांदगांव। राजनांदगांव के शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री में पढ़ने वाले बच्चों के पालकों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।स्कूल में व्यवस्था और सुरक्षा का हवाला देते हुए सभी पालक हॉस्टल से बच्चों को अपने घर ले जा चुके हैं।व्यवस्था में सुधार होने पर उन्होंने बच्चों को वापस हॉस्टल भेजने की बात कही थी लेकिन अब तक व्यवस्था में कोई भी सुधार नहीं किया गया है।इसे लेकर पालक आज कलेक्ट्रेट के सामने धरना प्रदर्शन पर बैठ गए।पालकों के इस प्रदर्शन को छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति शासकीय विकास संघ ने अपना समर्थन दिया है।
शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री में सुरक्षा और व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर लगातार पालको द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है वहीं बीते दिनों सुरक्षा और व्यवस्था को देखते हुए पालक होने अपने बच्चों को विद्यालय से अपने साथ घर ले गए थे और 31 जनवरी तक व्यवस्था में सुधार करने का समय प्रशासन को दिया गया था सुधार नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी गई थी,बता दें कि शासकीय एकलव्य महाविद्यालय में छठवीं से बारहवीं तक कक्षा संचालित है जहां 418 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
वही याद प्रदर्शन करते हुए पालक संघ के अध्यक्ष रमेश हिड़ामे में ने बताया कि हमने 24 जनवरी को प्रेस वार्ता लेकर स्कूल में हो रहे अव्यवस्था और असुरक्षा को सुधारने की बात कही थी लेकिन कोई भी सुधार नहीं होने पर हम बच्चों को लेकर घर चले गए इसके बाद हमने 31 जनवरी तक सुधार लाने की बात कही थी लेकिन प्रशासन में इस संबंध में कोई भी कार्यवाही नहीं की है जिसकी वजह से आज हम यहां धरना दे रहे हैं।जिला के आदिवासी समाज ने भी इस पालक संघ के आंदोलन को समर्थन दिया है। हमारी मांग है कि शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में जो सुरक्षा का अभाव है उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए।इसके अलावा आदिम जाति कल्याण विभाग राजनांदगांव में सहायक आयुक्त द्वारा जो भर्राशाही का रवैया अपनाया जा रहा है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
शासकीय एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में सुरक्षा और व्यवस्था की सुधार की मांग को लेकर लगातार पालकों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है इसी कड़ी में आज कलेक्ट्रेट के सामने फ्लाईओवर के नीचे भी धरना प्रदर्शन किया गया और जल्द से जल्द व्यवस्था में सुधार की मांग की गई है बता दें कि व्यवस्था में सुधार नहीं होने के कारण बीते दिनों पालको द्वारा अपने बच्चों को वापस घर ले जाया गया है और पूरे मामले में जल्द सुधार करने की भी बात कही गई है सुधार होने पर ही अपने बच्चों को वापस विद्यालय में पहुंचाने की बात भी पालकों द्वारा कही गई है।