बिलासपुर। बिलासपुर पुलिस की महात्वाकांक्षी अभियान ‘‘निजात‘‘ का लखीराम अग्रवाल स्मृति सभागृह मे पुलिस महानिरीक्षक के मुख्य आतिथ्य और विशिष्ट अतिथियों के उपस्थितियों में शुभारंभ हुआ।पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह के जिले में पदभार सम्भालने के साथ ही जिले की पुलिस को नारकोटिक्स ड्रग्स और अवैध नशे के खिलाफ कार्यवाही शुरू हो गई जिसका आज औपचारिक उद्घाटन किया गया।दरअसल कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियो के द्वारा दीप प्रज्वलन और छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर राजकीय गीत से किया गया।पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह द्वारा निजात अभियान ‘‘नशीले पदार्थो को ना जिदगी को हां‘‘ के उद्देश्य के बारे में बताते हुए भविष्य की रूप रेखा के बारे में बताया गया।
मुख्य रूप से तीन चरणों का किया गया उल्लेख
1 पुलिस कार्यवाही एवं जीरो टारलेंस 2 जन जागरूकता व 3 काउंसिलिंग /डी एडिक्शन। जिसमें बताया गया कि नशे के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगो के खिलाफ कार्यवाही एवं सामाजिक बुराई को दूर कर लोगों को खुशहाल जीवन में वापस लाने पुलिस अपनी भागीदारी की शुरूवात कर रही है। समाज के सभी वर्ग को उसमें अपनी सहभागीता निभाने का अह्वान किया गया। बीएन मीणा पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज ने पुुलिस अधीक्षक के इस नये पहल के लिए उनकी तारीफ करते कहा कि किस प्रकार पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा अपने पूर्व में तैनात रहे जिलों में भी इसी प्रकार ‘‘निजात‘‘ अभियान का कार्यक्रम लगातार संचालित किया गया। जिससे उन जिलों में सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए है। इसी प्रकार बिलासपुर जिले में भी पुलिस अधीक्षक के साथ जिले की पूरी पुलिस टीम को इस अभियान को लगातार संचालित करते हुए बेहतर कार्य करने शुभकामनाएं दी गई।
नशे से निजात दिलाने के लिए सामाजिक सहभागीता की अत्यंत आवश्यकता
विशिष्ट अतिथी के रूप में आर्ट आफ लिविंग संस्था से उपस्थित प्रीतपाल सिंह गुंबर द्वारा बताया गया कि पूर्व में भी इनके संस्था के माध्यम से नशा मुक्ति के संदर्भ में कार्यक्रम होते रहे है। किन्तु नशा मुक्ति एकतरफा नहीं हो सकता, नशे से निजात दिलाने के लिए सामाजिक सहभागीता की अत्यंत आवश्यकता है। मेडिटेशन के माध्यम से लोगों को नशे से मुक्त होकर सुखद जीवन की ओर वापस लाने में मदद मिलती है।
मेडिटेशन व ध्यान के माध्यम से अपने बुरी आदतों से निजात पा सकता है
प्रजापिता ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बिलासपुर ईकाई की प्रमुख ब्रम्हकुमारी मंजु दीदी द्वारा सादा जीवन उच्च विचार की परिकल्पना करते हुए बताया गया कि नशे से ग्रसित व्यक्ति मेडिटेशन एवं ध्यान के माध्यम से अपने बुरी आदतों से निजात पा सकता है। समस्या बढ़ने से पहले उसका निराकरण कर लेना आवश्यक है अगर समस्या की शुरूवात में उसे न रोका जाए तो इस प्रकार वह विकराल रूप ले सकता है। जिसे उन्होने उदाहरण के माध्यम से अवगत कराया।
बीमार व्यक्ति नशीली वस्तुओं का सेवन करता है तो गंभीर परिणाम
डाॅ. प्रशांत द्विवेदी अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एशोसिएशन बिलासपुर एवं डाॅ. अविजित रायजादा पूर्व अध्यक्ष इंडियन मेडिकल एशोसिएशन बिलासपुर दोनों के द्वारा नशा के दुश्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई।और अवगत कराया कि किस प्रकार पूर्व से बीमार कोई व्यक्ति अगर नशीली वस्तुओं का सेवन करता है तो परिणाम स्वरूप उसके स्वास्थय में गंभीर समस्या उत्पन्न होती है। उनके द्वारा लोगों को नशे से निजात दिलाने के लिए उनकी काउंसिलिंग व आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते हुए उक्त अभियान अनुसार अवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया गया।
लघु फिल्म के माध्यम से संदेश
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में तैयार लघु फिल्म के प्रदर्शन के माध्यम से संदेश दिया गया कि किस प्रकार एक युवा नशे की गिरफ्त में आकर अपना जीवन बर्बाद कर लेता है, जो सही मार्गदर्शन पाकर अपने जीवन में नशे की आदत से निजात पाता है एवं अपनी सामाजिक सहभागीता निभाते हुए अवैध नशे के खिलाफ कार्यवाही में पुलिस की मदद करता है। उक्त कार्यक्रम में महारानी लक्ष्मीबाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं ड्रिम लैण्ड स्कूल सरकंडा बिलासपुर के छात्र – छात्राओं द्वारा नुक्कड नाटक के माध्यम से संदेश दिया गया कि किस प्रकार नशा किशोर, युवाओं एवं लोगों के जीवन को बर्बाद कर देता है, जिससे निजात दिलाने का आह्वान किया गया।
निजात पाना है‘‘ शीर्षक से एक कविता से बिलासपुर शहर को नशे से मुक्त कराने संदेश
निरीक्षक पौरूष पुर्रे द्वारा ‘‘निजात पाना है‘‘ शीर्षक से एक कविता प्रस्तुत कर बिलासपुर शहर को नशे से मुक्त कराने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के समापन में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर द्वारा सभी अतिथियों को जिला पुलिस की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया और राजेन्द्र जायसवाल अति. पुलिस अधीक्षक शहर द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम बाद पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर द्वारा जागरूकता अभियान रथ ‘निजात‘ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया जिसके माध्यम से जिले के सभी थाना क्षेत्रों में अवैध नशे के विरूद्व जागरूकता अभियान लगातार संचालित किया जाएगा।
अब तक जिले में नशे के विरूद्व अभियान
गांजा (6 प्रकरणों में कुल 47 किलो ग्राम)
ड्रग्स (1 प्रकरण 15 ग्राम चरस)
नशीली दवाईयों (03 प्रकरणों में 184 नग कफ सीरप)
अवैध शराब (13 प्रकरणों में लगभग 13 लीटर अंग्रेजी शराब व 192 लीटर देशी शराब)
हुक्का पाॅंठ (130 नग) सुगंधित तंबाकू (260 नग)
शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरूद्व 185 मोटर व्हीकल एक्ट की 45 कार्यवाही लगातार जारी। साथ ही दवाई दुकान संचालको, आटो मोबाईल्स, टायर दुकान पान ठेला चलानों वालों की मीटींग लेकर अवैध नशे के कारोबार में संलिप्त नहीं होने व कोई भी नशायुक्त पदार्थ बिक्री न करने की समझाईश दी गई है।