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बिटकॉइन की कीमत ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, पहली बार 50 हजार डॉलर के पार पहुंचे दाम

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने मंगलवार को कीमत के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. दरअसल बिटकॉइन मंगलवार को पहली बार 50,000 डॉलर (लगभग 36 लाख रुपये) के आंकड़े को पार कर गया. वहीं कहा जा रहा है कि इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के अलावा कई और कंपनियों के बिटक्वाइन को डिजिटल करेंसी के तौर पर मंजूरी मिल जाने के कारण कीमतों में हर दिन इजाफा हो रहा है.

बिटकॉइन ने 50,603 (लगभग 37 लाख रुपये) डॉलर का रिकॉर्ड कायम किया है. यह 0.83 प्रतिशत बढ़कर 48,351 (लगभग 35.2 लाख रुपये) था. बता दें कि इस साल अब तक बिटकॉइन की कीमतों में 73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. गौरतलब है कि 2009 में शुरुआत होने के बाद से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब 1 बिटकॉइन की कीमत 50 हजार डॉलर के पार हो गई है.

गौरतलब है कि पूरी दुनिया में अब बिटकॉइन की स्वीकार्यता काफी बढ़ी है, इसी वजह से लोग अब इस डिजिटल करेंसी में जमकर पैसे लगा रहे हैं. वहीं एप्पल और टेस्ला जैसी मल्टीनेशनल कंपनी भी बिटकॉइन में इंवेस्ट कर रही हैं. पिछले हफ्ते ही दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का बड़ा इंवेस्टमेंट किया है. वहीं कई बड़ी इंश्योरेंस कंपनियों जैसे मास-म्यूचुअल, ऐसेट मैनेजर गैलेक्सी डिजिटल होल्डिंग, पेमेंट कंपनी स्क्वॉयर ने भी बिटकॉइन में बड़ा निवेश किया है इसी वजह से इसकी कीमत उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं.

बिटकॉइन एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है और यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ है कि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती है. कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित पेमेंट के लिए इसे बनाया गया है. बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा है, आभासी मतलब कि अन्य मुद्रा की तरह इसका कोई भौतिक स्वरुप नहीं है. यह एक डिजिटल करेंसी है. यह एक ऐसी करेंसी है जिसको आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं. यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है और अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है.

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