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भारत में सबसे तेज रफ्तार से बढ़ेगी रईसों की तादाद, 2025 तक 63 का इजाफा

भारत में 2025 तक अरबपतियों की तादाद 43 फीसदी तक बढ़ जाएगी. इंटरनेशनल प्रॉपर्टी कंस्लटेंसी नाइट फ्रैंक ग्लोबल की वेल्थ रिपोर्ट में कहा गया है कि दूसरे एशियाई देशों की तुलना में भारत में अरबपतियों की संख्या ज्यादा तेजी से बढ़ रही है

रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण के बाद अरबपतियों की ग्रोथ में ज्यादा तेजी आएगी. इस वक्त भारत में 113 अरबपति हैं जबकि हाई इं नेटवर्थ इंडिवजुअल (HNI)यानी रईसों की तादाद 6,884 है.रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक अरबपतियों की संख्या 43 फीसदी बढ़ कर 162 हो जाएगी वहीं हाई इंडिविजुअल नेटवर्थ की संख्या 63 फीसदी बढ़ जाएगी. 217 करोड़ रुपये की आय वालों की गिनती हाई इंडिवुजअल नेटवर्थ यानी रईसों में होती है.

भारत में रईसों की तादाद बढ़ने की यह सबसे तेज रफ्तार है. एशिया में यह औसत रफ्तार 38 और दुनिया में 24 फीसदी है. भारत में एक फीसदी सबसे अमीर लोगों के क्लब में शामिल होना है तो आपकी संपत्ति 43.4 लाख रुपये होनी चाहिए. अगले पांच साल में यह संख्या दोगुनी हो जाएगी. नाइटफ्रैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की खपत आधारित अर्थव्यवस्था तेजी से अरबपति पैदा कर रही है. दूसरी ग्लोबल इकोनॉमी की तुलना में यह रफ्तार यहां ज्यादा है. भारत में रईस तेजी से मकान खरीद रहे हैं. पहले हर दस अरबपति में से एक नया मकान खरीदना चाहता था लेकिन अब हर पांच अरबपति में से एक अपने मकान को अपग्रेड कराना चाहता है या नया खरीदना चाहता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 ने मकानों को खरीदने के प्रति लोगों का नजरिया बदला है. अब लोग तटीय इलाकों या स्की डेस्टिनेशन में घर लेना चाहते हैं. भारत में कम से कम 41 फीसदी एचएनआई समुद्री तटीय इलाकों में नया मकान लेना चाहते हैं. ग्लोबल प्रॉपर्टी मार्केट के मुताबिक मोनाको दुनिया का सबसे महंगा शहर है.

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