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कृषकगण अपने-अपने कृषि मोटर पंपों में मोटर पंप के क्षमता के अनुरूप कैपेसीटर लगाये: कार्यपालन यंत्री इंजीनियर शिवगुप्ता

रायपुर। कार्यपालन अभियंता (स$सं) छ.ग.रा.वि.वि.कं.मर्या. नवापारा (राजिम) संभाग ने अपने क्षेत्र के कृषकों से अपने खेतों के मोटर पंप कनेक्शनों में सिंचाई में उपयोग किए जा रहे मोटर पंप कनेक्शनों में मोटर की क्षमता के अनुरूप कैपेसीटर लगाने की अपील खेतिहर कृषकों से की है।
इंजीनियर शिवगुप्ता ने चर्चा के दौरान बताया कि क्षेत्र के कृषकों द्वारा रबी फसल में सिंचाई हेतु कृषि मोटर पंप के लगातार उपयोग किए जाने से विद्युत ट्रांसफार्मरों में लोड असीमित रूप से बढ़ गया है और यह समस्या उन क्षेत्रों में गंभीर है जहां कृषकों के खेतों में पंप कनेक्शन बहुतायत है।

कार्यपालन यंत्री श्री गुप्ता ने चर्चा के दौरान आगे बताया कि कृषकों द्वारा सिंचाई व्यवस्था में लगाए जाने वाले स्थायी/अस्थायी मोटर पंपों की क्षमता के अनुरूप कृषकों द्वारा मोटर पंपों में कैपेेसिटर नहीं लगाए जाने से वोल्टेज ड्राॅप होता है और कृषि मोटर पंप में अधिक लोड लेने से मोटर पंप की पानी निकालने की क्षमता भी कम हो जाने के साथ – साथ मोटर जलने की संभावना भी बढ़ जाती है। एवं खेतों में कृषि पंप हेतु लगाये गये ट्रांसफार्मरों के साथ साथ 11 के.व्ही. लाइनों पर के अलावा 33/11 के. व्ही. उपकेन्द्रों पर 33 के.व्ही. लाईनों पूरे विद्युत ट्रांसमिशन सिस्टम पर लोड बढ़ जाने से वोल्टेज की समस्या आती है। इस स्थिति में न कि विद्युत कंपनी को सभी कृषकों के साथ साथ राज्य एवं राष्ट्र को आर्थिक क्षति होती है।

कार्यपालन यंत्री इंजीनियर गुप्ता ने चर्चा के दौरान बताया कि इस समस्या के समाधान के लिए छ.ग. स्टेट पाॅवर डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है क्षेत्र में नये उपकेन्द्र की स्थापना अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मरों की स्थापना, ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि सब स्टेशनों में कैपेसिटर बैंक की स्थापना वहीं इंजीनियर गुप्ता में अंत में कहा कि लोगों के सहयोग के बिना स्थिति को सुधार पाना संभव नहीं होने के बात कहते हुए क्षेत्र के कृषकों से अनुरोध/अपील करते हुए कहा कि कृषकगण अपने मोटर पंप की क्षमता क्रमशः 0 से 3 एच.पी. तक – 1 के.व्ही. आर, 3 से 5 एच.पी. तक – 2 के. व्ही. आर., 5 से 7.50 एच.पी. से 10 एच.पी. तक – 4 के.व्ही. आर कैपेसिटर लगाये जाने की अनुरोध क्षेत्र के कृषकों से कार्यपालन अभियंता इंजीनियर शिव गुप्ता ने की है।

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