देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी आईपीओ लाने की तैयारी में है. लेकिन रूस यूक्रेन युद्ध के चलते शेयर बाजार में जारी उठापटक का असर एलआईसी के आईपीओ पर पड़ सकता है. जिसके चलते एलआईसी आईपीओ के लिए हायर किए गए इंवेस्टमेंट बैंकरों ने सरकार से एलआईसी के आईपीओ लाने में जल्दबाजी नहीं करने की सलाह दी है. शेयर बाजार के रेग्युलेटर सेबी ने एलआईसी के आईपीओ के लिए दाखिल किए गए ड्रॉफ्ट पेपर को मंजूरी दे दी है.
वहीं माना जा रहा है स्ट्रैटजिक विनिवेश को लेकर गठित मंत्रियों का समूह की जल्द बैठक हो सकती है जिसमें एलआईसी आईपीओ के लिए शेयर की कीमत तय करने को लेकर फैसला लिया जा सकता है. इसी बैठक में शेयर बाजार के हालात को देखते हुए एलआईसी के आईपीओ के टाइमिंग पर भी फैसला लिया जा सकता है.
एलआईसी आईपीओ के जरिए 8 अरब डॉलर यानि 65,400 करोड़ रुपये जुटा सकती है. इस बात के संकेत मिल रहे हैं 2,000 से 2100 रुपये प्रति शेयर आईपीओ का प्राइस बैंड ( LIC IPO Price Band) तय किया जा सकता है. माना जा रहा है कि एलआईसी एम्पलॉयज के लिए 1.58 करोड़ शेयर आरक्षित होंगे जो 10 फीसदी डिस्काउंट के साथ 1890 रुपये प्रति शेयर के भाव पर उन्हें दिया जाएगा तो पॉलिसीधारकों के लिए भी 3.16 करोड़ शेयर 10 फीसदी डिस्काउंट के साथ 1890 रुपये पर दिया जाएगा.
सेबी से आईपीओ को मंजूरी मिलने के बाद अब आईपीओ लाने के तारीखों का औपचारिक तौर पर घोषणा की जा सकती है. एलआईसी आईपीओ के लिए सरकार रोडशो करने की भी तैयारी है. दुनियाभर के निवेशकों को आईपीओ में निवेश करने के लिए आंमत्रित किया जा रहा है.
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