सरायपाली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस आर बंजारे के निर्देशन में एवं बीएमओ डॉक्टर बी बी कोसरिया,ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर शीतल सिंह व खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी टी आर धृतलहरे के मार्गदर्शन में विकासखंड सरायपाली के तोषगांव में फाइलेरिया बिमारी जिसे स्थानीय भाषा में हाथीपांव के नाम से जाना जाता है का सर्वे किया गया ।
हाथीपांव बिमारी मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है यह मच्छर बड़े बड़े तालाब व पोखर के स्वच्छ पानी में पनपता है और इसके पैरासाइट मरीज के खून में रात को सोते समय एक्टिव होता है इसलिए इसका सर्वे रात को लोगों को सोए से उठाकर किया जाता है.समय के साथ लोगों में जागरूकता पैदा होने का ही परिणाम है कि आम नागरिक स्वेच्छा से जांच हेतु खून का नमूना देते हैं शासन द्वारा प्रतिवर्ष इस बिमारी से बचाव हेतु स्वास्थ्य विभाग के द्वारा डीईसी की गोली आम जनता को खिलाया जाता है. इस सर्वे कार्य में सरायपाली स्वास्थ्य विभाग के अग्नि वीरों के द्वारा इस सर्वे कार्य को मलेरिया निरीक्षक एस आर बुडेक, सेक्टर प्रभारी डीबी कुर्रे व स्वास्थ्य पर्यवेक्षक सुरेश पटेल के नेतृत्व में टीम मेंबर वीरेंद्र पटेल, दुर्गा सिंह नेताम, त्रिलोक पांडे , विनय बारिक , विमल सिदार, अजय प्रधान,हीरालाल नायक के द्वारा किया गया उपरोक्त जानकारी स्वास्थ्य विभाग की मीडिया प्रभारी टी आर धृतलहरे के द्वारा दिया गया।