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राजभवन में उत्कृष्ट काम करने वाली महिलाओं का सम्मान

राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने शुक्रवार को  राजभवन के दरबार हॉल में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिलाओं के अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में ताकत बनकर उभरें, जिससे समाज और देश का समुचित विकास होगा। राज्यपाल ने इस अवसर पर आए सुझाव के अनुसार राजभवन में एक महिला सेल बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को शाल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर राजभवन के दरबार हॉल परिसर में वृक्षारोपण किया गया और गुब्बारे छोड़े गए।

राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि पिछले दिनों अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों के दौरान मुझे यह ख्याल आया कि क्यों न राजभवन में भी महिलाओं का सम्मान किया जाए। यदि हम एक महिला का सम्मान करते हैं तो उसका ही नहीं पूरे महिलाओं का सम्मान है। इससे अन्य महिलाओं को प्रेरणा मिलती है और समाज में जागृति आती है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मुझे छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पद का दायित्व सौंपा। छत्तीसगढ़ में पहली बार इस पद पर किसी महिला को दायित्व सौंपा गया, तब मुझे बहुत खुशी हुई। साथ ही संपूर्ण महिला समाज भी सम्मानित हुई।

राज्यपाल ने कहा कि एक समय था कि समाज में महिलाओं की स्थिति कमजोर थी। परंतु धीरे-धीरे जागरूकता आई और महिलाओं की स्थिति में सुधार आया है। आज हम महिलाओं को देखंे तो वे पूरे विश्व में हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। हमारे भारत देश में भी महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपना परचम लहरा रही हैं। उन्होंने कहा कि भारत देश को सशक्त बनाने के लिए सबसे पहले महिलाओं को सशक्त और समर्थ बनाना होगा अर्थात् उन्हें यह आत्मविश्वास दिलाना होगा, उन्हें इतनी ताकत देनी होगी कि वह अपने पैरों पर खड़े हो सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। दुनिया के किसी भी हिस्से में जागृति आई है तो महिलाओं के सहयोग से आई है।

सुश्री उइके ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भी महिलाएं कहीं पीछे नहीं हैं। यहां कुछ जिलों में कलेक्टर के पद पर तो कुछ विभागों के प्रमुख पद पर तथा स्थानीय निकायों और पंचायतों में महिलाएं अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं। यहीं नहीं बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में महिला कमांडो के रूप में विषम परिस्थितियों में भी नक्सलियों से लोहा ले रही हैं। वहीं महिला स्व सहायता समूह के रूप में संगठित होकर विभिन्न परिधान बना रही हैं, जिसे देश-विदेश में भेजा जाएगा। वहीं विभिन्न अवसरों में राष्ट्रगान सहित अन्य धुन बजाती हुई बस्तर की पुलिस विभाग की महिला बैंड हमें गौरवान्वित करती है। वहीं जशपुर की महिलाओं ने कोविड-19 के समय महुआ से सेनेटाईजर बनाया और आय भी अर्जित की। यह महिला सशक्तिकरण का ही प्रतीक है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने राज्यपाल सुश्री उइके द्वारा राजभवन में पहली बार उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं के सम्मान के लिए आयोजित इस अभिनव समारोह की सराहना करते हुए कहा कि आज यहां एकत्रित महिलाओं ने अपने कार्य से सिद्ध किया है कि वे आइडियल हैं और दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने महिलाओं के विकास के लिए एक ग्रुप बनाने की आवश्यकता व्यक्त की। हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने इस कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिलाएं जब स्वयं निर्णय लेने में सक्षम हो जाती हैं, तभी उन्हें सक्षम माना जाता है। केवल आमदनी प्राप्त करने से ही नहीं। पद्मश्री श्रीमती फुलबासन बाई यादव ने भी अपना विचार व्यक्त किया।

इस अवसर पर राज्यपाल ने समाज सेवी पद्मश्री श्रीमती शमशाद बेगम, महिला उत्थान पद्मश्री श्रीमती फुलबासन बाई यादव, कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक, छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे, छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग की उपाध्यक्ष सुश्री राजकुमारी दीवान और हॉकी खिलाड़ी पद्मश्री कुमारी सबा अंजुम को सम्मानित किया।

इसके साथ ही उन्होंने ओलम्पियन (हॉकी) सुश्री रेणुका यादव, बेटमिंटन खिलाड़ी सुश्री आकर्षि कश्यप, पूर्व अंतर्राष्ट्रीय हॉकी प्लेयर नीता डूमरे, उजाला ग्राम संगठन, स्वयं सहायता समूह, सेरीखेड़ी, कैंसर सर्जन डॉ. मौ रॉय, सफल व्यवसायी पूनम गुप्ता, चेयरपर्सन श्रीमती सत्यबाला अग्रवाल, अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज श्रुति यादव, केपीएस स्कूल की प्राचार्य श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी, समाज सेविका सुश्री भावना बोहरा, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता मगदली तिर्की, विधिक विशेषश्रता से जनसेवा अंकिता पांडेय, समाज सेविका सुश्री पल्लवी मनुदेव, डॉ. पलक जायसवाल, सुश्री सरिता पुनेम, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना शर्मा, समाज सेविका शारदा सोनी, समाज सेविका डॉ. अनुराधा विश्वास, ललिता राठिया, युवा सरपंच सुश्री भारती जांगड़े, फोटोग्राफर सुश्री अनम खान, समाज सेवा श्रीमती बबिता किशोर बघेल, छत्तीसगढ़ की प्रथम जेसीबी हैवी व्हीकल चालिका सुश्री दमयंती सोनी, नर्स सुश्री आंचल मतलाम, हंसवाहिनी महिला मंडल सुश्री तरूणी सारथी, चिकित्सा सेवा सुश्री प्रेरणा पाठक, समाज सेविका सुश्री पार्वती मंडावी, समाज सेविका सुश्री राधा नाग, सरपंच श्रीमती मंगतीन नेताम, डायरेक्टर फार्मेसी इंस्टिट्यूट प्रो. स्वर्णलता सराफ, एमजीएमआई हॉस्पिटल निदेशक प्रो. दीपशिखा अग्रवाल, समाज सेविका सुश्री काजल सचदेव, स्टाफ नर्स सुश्री इनीड स्मृति, एडिशनल एस.पी. राजनांदगांव सुश्री सुरेशा चौबे, पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. सत्यभाषा आडिल, चैंबर ऑफ कामर्स की महिला विंग की अध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी टूटेजा, महिला उद्यमी सुश्री जेनिफर दास, अधिवक्ता एवं समाज सेविका सुश्री मोनीता साहू, अधिवक्ता एवं समाज सेविका सुश्री स्मिता पांडेय, व्यवसायी श्रीमती नीना अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती रूना शर्मा, समाज सेविका श्रीमती शुभा मिश्रा, आई.एन.एच. चैनल की एंकर श्रीमती सोनल भारद्वाज, पत्रकार डॉ. रत्ना वर्मा, अतिरिक्त कलेक्टर श्रीमती पद्मनी भोई साहू, शिक्षिका उर्मिला देवी, व्यवसाय मंजूलता बड़रिया, प्रभारी कुलपति डॉ. दीपिका ढांढ, आईबीसी-24 के असिस्टेंट न्यूज एडिटर ज्योति सिंह, श्रीमती ममता साहू, आईपीएस अंकिता शर्मा, पत्रकार सुश्री प्रिया पाण्डेय, पत्रकार सुश्री सुप्रिया पाण्डेय, पत्रकार सुश्री निशा द्विवेदी, पत्रकार सुश्री सुमन महंत समाज सेविका श्रीमती शताब्दी पांडेय, श्रीमती नीता बाजपेयी को भी सम्मानित किया।

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